एक्शन में CM नीतीश : पूर्णिया पहुंचे मुख्यमंत्री ने की ताबड़तोड़ मीटिंग, 8 थानों का किया उद्घाटन, एयरपोर्ट को लेकर की हाईलेवल मीटिंग

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Chief Minister reached Purnia and held an impromptu meeting Chief Minister reached Purnia and held an impromptu meeting

PURNIA :आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार एक्शन में हैं। वे लगातार बिहार के अलग-अलग क्षेत्रों में हो रहे कामकाज का निरीक्षण कर रहे हैं और अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी दे रहे हैं। इसी क्रम में बिहार के सीएम नीतीश कुमार शनिवार को पूर्णिया पहुंचे और समीक्षा बैठक की।

एक्शन में CM नीतीश

वे आज पूर्णिया के काझा कोठी पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री ने बिहार के तीन बार मुख्यमंत्री रहे भोला पासवान शास्त्री की आदमकद प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री दिल्ली हाट की तर्ज पर विकसित किए जा रहे मिथिला हाट का भी निरीक्षण किया।

8 थानों का किया उद्घाटन

इस दौरान मुख्यमंत्री ने काझा कोठी से पूर्णिया के नवनिर्मित आठ थानों का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री काझा कोठी स्थित तालाब को विकसित करने और पर्यटकों के लिए खोलने का भी निर्देश दिया। इससे पहले मुख्यमंत्री चूनापुर सैन्य हवाई अड्डा पर पूर्णिया एयरपोर्ट में आ रही बाधा को लेकर हाई लेवल मीटिंग की। इस बाबत मीटिंग में मौजूद सदर विधायक विजय खेमका ने कहा कि मुख्यमंत्री ने हवाई अड्डा निर्माण को लेकर कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए, जिसके कारण निर्माण कार्य में आ रही बाधा अब दूर हो गई है। अब जल्द ही पूर्णिया में हवाई सेवा प्रारंभ होने का रास्ता साफ हो जाएगा।

एयरपोर्ट को लेकर की हाईलेवल मीटिंग

इस हाईलेवल मीटिंग में एयरपोर्ट निर्माण की दिशा में अबतक की प्रशासनिक पहल और एयरपोर्ट ऑथरिटी ऑफ इंडिया के कामों की स्थिति की समीक्षा मुख्यमंत्री ने की। वहीं, एयरपोर्ट निर्माण में आ रही बाधाओं की समीक्षा की। सीएम यहां से काझा कोठी भी गए, जहां जीर्णोद्धार कार्य का जायजा भी लिया। इसके बाद मुख्यमंत्री यहां से पटना लौट गए।

इस दौरान पूर्णिया के कृत्यानंदनगर प्रखंड के काझा कोठी को दुल्हन की तरह सजाया गया था। सीएम शनिवार को पूर्णिया एयरपोर्ट निर्माण कार्य की समीक्षा करने के बाद काझा कोठी पहुंचे। यहां के मनोरम और ऐतिहासिक धरोहरों से मुख्यमंत्री रू-ब-रू हुए। बता दें कि दिल्ली और मिथिला हाट की तर्ज पर काझा कोठी को भी सजाने-संवारने की योजना बनायी गयी है। यहां दीवारों पर मिथिला पेंटिंग की गयी थी। मुख्य प्रवेश द्वार पर कलाकारों ने विभिन्न कलाकृति को उकेरा था।