'मैं रील वाली नहीं...रियल वाली नेता हूं' : ग्राम गौरव यात्रा के दौरान मंत्री लेसी सिंह का बड़ा बयान, कहा : अकलियतों के बगैर मुझे कोई सफलता मंजूर नहीं
PURNIA :कुछ लोग रील बनाकर रहनुमा बनते हैं और सियासत करते हैं। मैं रील वाली नेता नहीं बल्कि मैं आमजन की रियल नेता हूं। ये बातें बिहार सरकार के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की मंत्री लेसी सिंह ने डकैता ग्राम में ग्राम गौरव समारोह को संबोधित करते हुए कहीं।
'मैं रील वाली नहीं...रियल वाली नेता हूं'
मंत्री लेसी सिंह ने कहा कि अल्पसंख्यक हमारे परिवार के समान हैं। मुझे कोई सफलता मंजूर नहीं, जिसमें अल्पसंख्यक समाज की सहभागिता ना हो, अगर कोई भी यह कहे कि आप पद पर रहकर मुसलमान भाई का काम और सम्मान नहीं करें तो बड़ा ओहदे को मैं लात से ठोकर मार दूंगी इसलिए आप तमाम अल्पसंख्यक समाज के लोग मुझपर भरोसा रखकर हमारे ग्राम गौरव के सामाजिक अभियान में आगे आकर सहभागिता करें। समाज की कुरीति को हमसब मिलकर खत्म करें।
अकलियतों के बगैर मुझे कोई सफलता मंजूर नहीं
उन्होंने कहा कि समाज का हर वर्ग चाहें वो दलित हो, आदिवासी हो या मेरे अल्पसंख्यक समाज के भाई-बंधु हो, सब मेरे हैं, मैं सबकी हूं। मैंने हमेशा जाति-धर्म से ऊपर उठाकर सर्वसमाज के हित में काम किया है और आपके आशीर्वाद से आगे भी करती रहूंगी। उन्होंने कहा कि मेरा दरवाजा समाज के हर वर्ग के लिए हमेशा खुला रहता है। मेरी राजनीति में जनता के लिए किसी प्रकार के भेदभाव की जगह नहीं है।
उन्होंने कहा कि 'मैंने आजीवन अल्पसंख्यक समाज के हितों के लिए काम किया है,आपके साथ हमेशा खड़ी रही हूं। कई मदरसों के विकास कार्य की स्वीकृति मिल गई है। जल्द ही कार्य प्रारंभ भी किया जाएगा। मंत्री लेसी सिंह ग्राम गौरव सम्मान कार्यक्रम के तहत धमदाहा विधानसभा क्षेत्र में ग्राम गौरव यात्रा पर हैं। इस दौरान वे लगातार जनता से मिल रही हैं, उनकी समस्याएं सुन रही हैं और उनका तत्काल निदान संवाद के तहत कर रही हैं।
मंत्री लेसी सिंह ने लगायी झाड़ू
साथ ही वे गांवों में लगातार स्वच्छता, स्वस्थ जीवनशैली, पर्यावरण संरक्षण एवं सामाजिक कुप्रथाओं को लेकर भी लोगों को जागरूक कर रही हैं। इसी क्रम मंत्री लेसी सिंह ग्राम दमैली पंचायत अधीन विभिन्न ग्रामों का दौरा किया। इस दौरान वे स्वयं हाथों से झाड़ू लगाकर लोगों को स्वच्छ जीवनशैली के लिए प्रेरित करती नजर आईं।
उन्होंने वृक्षारोपण कर लोगों को पर्यावरण का संदेश भी दिया और कहा कि पूरे ब्रह्मंड में पृथ्वी एक मात्र ग्रह है, जहां जीवन संभव है। अगर हमने पेड़-पौधों को नहीं बचाया तो सांसे मुश्किल हो जाएंगी। धरती भी वीरान, सुनसान हो जाएगी'।
इस दौरान एक कार्यक्रम में उन्होंने दर्जनों स्थानीय प्रबुद्ध जनों, समाजसेवियों, शिक्षकों एवं मेधावी छात्र-छात्राओं को 'ग्राम गौरव सम्मान' से सम्मानित भी किया।