'नहीं टूटने वाला NDA गठबंधन' : स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय का बड़ा बयान, कहा : विपक्षी नेता छींका टूटने का कर रहे हैं इंतजार

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 Big statement of Health Minister Mangal Pandey  Big statement of Health Minister Mangal Pandey

PATNA :बिहार के स्वास्थ्य एवं कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने बयान जारी कर कहा है कि इंडी गठबंधन के नेताओं को देश की जनता ने पूरे पांच साल तक फुर्सत से आराम करने का जनादेश दे दिया है। इसके बावजूद विपक्ष के नेता अनर्गल बयानबाजी के आधार पर संभावनाएं टटोल रहे हैं और बिल्ली के भाग्य की तरह छींका टूटने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन एनडीए का छींका इतना मजबूत है कि पूरे पांच साल तक टूटने वाला नहीं है इसलिए इंडी गठबंधन में शामिल दलों के नेता ख्यालि पुलाव पका जनता को दिग्भ्रमित कर रहे हैं। फिलहाल इन नेताओं के पास कोई मुद्दा नहीं है क्योंकि देश की जनता ने एक बार फिर एनडीए को अपना आशीर्वाद देकर इंडी गठबंधन के नेताओं के मुंह पर ताला जड़ दिया है।

मंगल पाण्डेय ने कहा कि एनडीए के पूर्ण बहुमत की सरकार के बाद भी आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद आजकल दिन में ही सपना देख रहे हैं। राजद स्थापना दिवस पर लालू जी का बयान मुरझाए हुए राजद नेताओं और कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने का असंभव प्रयास मात्र था ताकि उनकी तरह राजद के लोग मुंगेरीलाल के हसीन सपने दिन में देखते रहें।

राजद सुप्रीमो को मालूम होना चाहिए कि देश और राज्य की जनता ने कांग्रेस और राजद जैसी वंशवादी पार्टियों को पूरी तरह से नकार दिया है। इसका ताजा उदाहरण 2024 लोस चुनाव का परिणाम है इसलिए केंद्र सरकार कुछ दिनों की मेहमान नहीं, बल्कि 2025 में बिहार में 200 से अधिक विस की सीटें जीतकर और 2029 में केंद्र में फिर से बड़ा बहुमत लाकर एनडीए ही सरकार बनाएगी। यह किसी की भविष्यवाणी नहीं, बल्कि जनता का फैसला है और लोकतंत्र में जनता का फैसला ही सर्वोपरि होता है।

मंगल पाण्डेय ने कहा कि राहुल गांधी का आसमानी (हवाई) बयान का कोई असर गुजरात में नहीं पड़ने वाला है। जो पार्टी पिछले तीन लोस चुनाव में जीरो पर सिमट रही हो, उसके नेता गुजरात विस चुनाव में भाजपा को हराने का दिवास्वप्न देख रहे हैं। अच्छा रहेगा कि ऐसे नेता सरकार गिरने और गिराने का इंतजार नहीं करें, बल्कि इस साल कई राज्यों में होने वाले विस चुनाव पर ध्यान केंद्रित कर जनता का विश्वास हासिल करने के लिए मैदान में आएं। वैसे भी इंडी गठबंधन का हाल फिर बेहाल हीं होने वाला है। इसमें शामिल दलों के अड़ियल रवैये से विस चुनाव के पहले ही एक बार इंडिया गठबंधन का फिर से बिखरना तय है।