प्रशांत किशोर पर बुरी तरह बमके CM नीतीश : कहा कुछ ऐसा कि PK के सिपाहियों को लगेगी मिर्ची, 2025 चुनाव के लिए भी सेट कर दिया टारगेट
PATNA : जदयू राज्य कार्यकारिणी की बैठक में शामिल हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश जदयू कार्यालय के कर्पूरी सभागार में आयोजित राज्य कार्यकारिणी की बैठक में शामिल हुए। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बैठक में आप सबका मैं अभिनंदन करता हूं और इस आयोजन के लिए प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा को बधाई देता हूं।
CM नीतीश ने पुराने दिनों को किया याद
इसके साथ ही बिहार में नंवबर 2005 में जब हमलोगों की सरकार बनी तब से निरंतर विकास का काम कर रहे हैं। केंद्र में श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार में हम मंत्री रहे, वे हमारे काम की हमेशा प्रशंसा करते थे। बिहार का मुख्यमंत्री हमें बनना चाहिए, यह श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी का ही विचार था। 2005 के पहले बिहार की स्थिति काफी दयनीय थी। शाम होने के बाद पटना में भी लोग घर से बाहर नहीं निकलते थे, सभी जगह भय का वातावरण था। शिक्षा और स्वास्थ्य की हालत काफी बदतर थी। सड़कों की स्थिति काफी जर्जर थी। समय पर लोगों को समुचित इलाज भी नसीब नहीं होता था। हर दिन हिन्दू-मुस्लिम के बीच कहीं ना कहीं विवाद हुआ करता था।
मुख्यमंत्री ने गिनाए अपने अहम काम
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जब हमलोगों की सरकार बनी तो हर क्षेत्र के लिए विकास का काम शुरू किया गया। शिक्षा, स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए तथा सड़क और पुल- पुलियों के निर्माण कार्य तेजी से किया गया। सभी क्षेत्रों एवं सभी वर्गों के विकास के लिए काम किया गया। राज्य में कानून व्यवस्था को बेहतर बनाया गया, जिसके कारण शांति का वातावरण कायम हुआ। अल्पसंख्यक समुदाय के लिए भी काफी काम किया गया। हमलोगों ने वर्ष 2006 से कब्रिस्तानों की घेराबंदी का काम शुरू कराया। अब कहीं कोई झगड़ा नहीं हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने वर्ष 2016 में 60 वर्ष पुराने मंदिरों की चाहरदीवारी का काम शुरू कराया। प्रारंभ से ही हमलोगों ने सबके हित में काम करना शुरू किया। पहले पांचवीं क्लास के बाद लड़कियां आगे की पढ़ाई नहीं कर पाती थी, जिसको ध्यान में रखते हुए हमलोगों ने पोशाक योजना और वर्ष 2008 में लड़कियों के लिए साइकिल योजना की शुरुआत की।
वर्ष 2010 से साइकिल योजना का लाभ लड़कों को भी देना शुरू किया। पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक महीने में औसतन 39 मरीज इलाज कराने जाते थे यानी एक दिन में 1 या 2 मरीज ही इलाज कराने पहुंचते थे। हमलोगों ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में विकास के कई काम कराएं। सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क दवा की उपल्बधता कराई गई और पर्याप्त संख्या में चिकित्सकों की तैनाती सुनिश्चित की गई, जिसका परिणाम है कि अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक माह में औसतन 11 हजार से अधिक मरीजों का इलाज होता है।
'बढ़ायी जा रही है मेडिकल कॉलेज की क्षमता'
सीएम नीतीश ने कहा कि बिहार में पहले से जो 6 मेडिकल कॉलेज स्थापित हैं, उनकी क्षमता को बढ़ाकर अब उन्हें 2500 बेड का किया जा रहा है। हमलोग बिहार के प्रत्येक जिले में मेडिकल कॉलेज स्थापित कर रहे हैं। पहले जिन लोगों को बिहार में काम करने का मौका मिला, वे सिर्फ अपने परिवार के विकास के लिए काम किया। पत्नी और बेटा- बेटी का विकास किया। हमलोगों का परिवार कहीं नहीं दिखता है क्योंकि पूरा बिहार मेरा परिवार है। एनडीए के साथ पूरी मजबूती के साथ एकजुट रहते हुए बिहार के विकास को और आगे बढ़ाना है।
'PMCH का आधा से अधिक काम हो चुका है पूरा'
उन्होंने कहा कि पीएमसीएच को 5462 बेड की क्षमता का अस्पताल बनाया जा रहा है। लगभग आधा से अधिक काम पूरा हो चुका है। हमलोगों ने महिलाओं के विकास पर काफी बल दिया। वर्ष 2006 में पंचायती राज संस्थाओं और वर्ष 2007 में नगर निकाय के चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। अब तक चार चुनाव संपन्न हो गया। अब कई जगहों पर 50 प्रतिशत से अधिक महिलाएं जन प्रतिनिधि हैं। वर्ष 2013 में महिलाओं के लिए पुलिस की बहाली में 35 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया। आज बिहार पुलिस में महिलाओं की जितनी संख्या है, उतनी देश के किसी अन्य राज्य की पुलिस बल में नहीं है। हमलोगों ने वर्ष 2016 में राज्य सरकार की सभी सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए 35 प्रतिशत आरक्षण लागू किया।
'गांधी, लोहिया, जेपी, अंबेडकर की विचारधारा को बढ़ा रही JDU'
वर्ष 2006 में विश्व बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूह का विस्तार किया गया और उसे 'जीविका' नाम दिया। उस समय केंद्र सरकार का प्रतिनिधिमंडल बिहार आकर देखा तो काफी प्रभावित हुए और इसे 'आजीविका' नाम दिया। अब बिहार में स्वयं सहायता समूहों की संख्या बढ़कर 10 लाख 61 हजार हो गई है, जिनसे 1 करोड़ 31 लाख जीविका दीदियां जुड़ी हैं। शहरी क्षेत्रों में भी स्वयं सहायता समूहों के गठन का काम शुरू करा दिया गया है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, राम मनोहर लोहिया, लोकनायक जयप्रकाश नारायण, बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर और जननायक कर्पूरी ठाकुर की विचारधारा को जनता दल यूनाइटेड आगे बढ़ा रही है।
CM ने ड्रीम प्रोजेक्ट्स का किया जिक्र
उन्होंने कहा कि प्रारंभ से ही हमलोग इनके सिद्धातों को ध्यान में रखकर विकास कार्य कर रहे हैं। बापू टावर काफी बढ़िया बना है। आप सभी जाकर उसे अवश्य देखें। वहां हर जगह बापू का चेहरा दिखेगा। वर्ष 2016 में सात निश्चय योजना-1 शुरू किया गया। इसके तहत हर घर बिजली, हर घर नल का जल, हर घर शौचालय निर्माण, हर घर तक पक्की गली और नाली का निर्माण आदि बुनियादी सुविधाएं लोगों तक पहुंचायी गई। हमलोगों ने वर्ष 2020 में सात निश्चय योजना-2 की शुरुआत की। इसके माध्यम से हर खेत तक सिंचाई का पानी, टेली-मेडिसिन आदि के क्षेत्र में काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। मोबाइल का इस्तेमाल हर वर्ग के लोग कर रहे हैं।
आप सभी से आग्रह है कि हमलोगों ने वर्ष 2005 के बाद बिहार के विकास के लिए जो काम किया है, उसे मोबाइल के माध्यम से भी जन-जन तक पहुंचाएं और लोगों को यह बताएं कि 2005 के पहले बिहार की स्थिति क्या थी? लोगों के बीच जाकर यह बताएं कि बिहार में 2005 के बाद कितने कॉलेज, विश्वविद्यालय एवं अन्य संस्थान स्थापित किए गए हैं।
प्रशांत किशोर पर बमके CM नीतीश
हमलोगों ने वर्ष 2016 में शराबबंदी लागू की। शराबबंदी के बाद बिहार में 90 प्रतिशत लोगों ने शराब पीना छोड़ दिया है, यह अच्छी बात है। कुछ लोग बापू का चेहरा दिखाकर शराबबंदी के खिलाफ अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं। बिहार के कई जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ पीड़ित लोगों को हर तरह से मदद की जा रही है। हमलोगों ने हिंदू, मुस्लिम, दलित-महादलित, पिछड़ा, अतिपिछड़ा, महिला सभी के विकास के लिए काम किया है। रेल मंत्री के रूप में हमने जो काम किया है, उसकी चर्चा आज भी होती है। वर्ष 2020 में 10 लाख लोगों को नौकरी और 10 लाख लोगों को रोजगार देने का निर्णय लिया गया था, जिनमें 7 लाख 16 हजार लोगों को नौकरी दी जा चुकी है।
चुनाव से पहले 12 लाख नौकरी देने का लक्ष्य
अब हमलोगों ने चुनाव के पहले तक 12 लाख लोगों को नौकरी देने का लक्ष्य निर्धारित किया है। बिहार में पिछले चार वर्षों में 24 लाख लोगों को रोजगार मुहैया करा दिया गया है। चुनाव के पहले तक और 10 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराने का लक्ष्य निर्धारित किया है। बिहार के विकास के लिए केंद्र से हमलोगों की मांग थी कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा या विशेष आर्थिक सहयोग मिले। केंद्र सरकार ने बिहार में पर्यटन, बाढ़ नियंत्रण, उद्योग-विस्तार, सड़क निर्माण आदि के लिए आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री सह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को बधाई देता हूं।
2025 चुनाव के लिए सेट कर दिया लक्ष्य
हमें पूरा भरोसा है कि बिहार के विकास के लिए जो जरूरतें हैं, उसे पूरा करने में आगे भी केंद्र सरकार से मदद मिलती रहेगी। हमलोग सबके हित में काम करते हैं। सबकी मदद करते हैं। सभी जाति-धर्म के लोग मिलकर बिहार के विकास में अपना योगदान दें। हम सबका दायित्व है कि समाज में आपसी सौहार्द्र बना रहे, इसके के लिए काम करें। आप सभी लोगों के बीच जाएं और उनसे विकास कार्यों को साझा करें। मुझे पूरी उम्मीद है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए को 220 से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल होगी।
बैठक में जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सह सांसद संजय कुमार झा, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी, सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी, जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा सहित अन्य मंत्रीगण, सांसदगण, विधायकगण, विधान पार्षदगण, जदयू के वरिष्ठ नेतागण एवं जदयू प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित थे।