BIG NEWS : बिहार के इन जिलों में खुलेंगे नये अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल, इस दिन गायित्री परिवार के संस्थापक की 50 फीट ऊंची प्रतिमा का होगा अनावरण
PATNA :गायत्री परिवार के संस्थापक पं. श्रीराम शर्मा आचार्य की 50 फीट ऊंची विशाल और जीवंत प्रतिमा का अनावरण 7 दिसंबर को होगा। युगॠषि श्रीराम शर्मा आचार्य चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से यह दिव्य प्रतिमा पटना से लगभग 50 किलोमीटर दूर सारण जिले के मस्तीचक में स्थापित की गयी है।
कार्यकारी ट्रस्टी मृत्युंजय तिवारी ने बताया कि मस्तीचक स्थित अखंड ज्योति सेंटर ऑफ एक्सीलेंस सुपर स्पेशियलिटी आई हॉस्पिटल परिसर में यह दिव्य प्रतिमा आचार्य श्रीराम शर्मा के विचारों एवं संदेशों की याद कराती रहेगी। उन्होंने दावा किया कि यह प्रतिमा पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी की विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा है। प्रतिमा के लोकार्पण के अवसर पर पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी की प्रेरणा से नेत्रदान यज्ञ पर आधारित विजन 2030 के संकल्प-पत्र को जारी किया जाएगा।
इस अवसर पर भजन सम्राट अनूप जलोटा का भजन कार्यक्रम भी होगा। कार्यकारी ट्रस्टी ने बताया कि विजन 2030 के तहत अगले 6 वर्षों में 20 लाख आंखों की सर्जरी की जानी है। इनमें से 16 लाख ऑपरेशन निःशुल्क होंगे। मृत्युंजय तिवारी ने बताया कि पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी की प्रेरणा से स्थापित अखंड ज्योति आंख अस्पतालों में 80 फीसदी मरीजों के आंखों का ऑपरेशन निःशुल्क किया जाता है।
विजन 2030 के तहत 1500 बालिकाओं को शिक्षित, स्वावलंबी और विचारवान बनाने का संकल्प लिया जाएगा। अभी ट्रस्ट द्वारा प्रति वर्ष दसवीं पास 100 गरीब बालिकाओं की भर्ती कर उन्हें इंटर और 4 वर्षीय ऑप्टोमेट्री की पढ़ाई आवासीय व्यवस्था में निःशुल्क करायी जाती है। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्हें अखंड ज्योति के विभिन्न केन्द्रों पर अच्छे वेतन पर नियोजित किया जाता है।
अखंड ज्योति के परियोजना प्रमुख एवं कार्यकारी ट्रस्टी मृत्युंजय तिवारी ने बताया कि अखंड ज्योति आंख अस्पतालों की शुरुआत गायित्री मन्दिर में आई कैंप से हुई थी। पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य की प्रेरणा से उनके प्रथम शिष्यों में एक पंडित रमेशचन्द्र शुक्ला ने वर्ष 1991 नवरात्रि में मस्तीचक के गायित्री मन्दिर में निःशुल्क आई कैंप से नेत्रदान यज्ञ की शुरुआत की। वर्ष 1999 तक वहां हरेक नवरात्रि पर 200-250 लोगों की आंखों की निःशुल्क सर्जरी की जाती रही। वर्ष 2005 में पंडित रमेशचन्द्र शुक्ला के शिष्य मृत्युंजय तिवारी ने कोलकाता से आकर वहां 10 बेड का आई हॉस्पिटल शुरू किया।
इस साल मस्तीचक में 500 बेड का अखंड ज्योति सेंटर आफ एक्सीलेंस सुपर स्पेशियलिटी आई हॉस्पिटल शुरू हो चुका है। यहां आंखों से संबंधित सभी अत्याधुनिक उपकरण, 11 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर और 48 विशेषज्ञ आई सर्जन हैं। मस्तीचक में ही 200 बेड का आई हॉस्पिटल पहले से कार्यरत है। अखंड ज्योति के चिकित्सा निदेशक डॉ. अजीत पोद्दार ने बताया कि विजन 2030 के तहत मस्तीचक स्थित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस सुपर स्पेशियलिस्ट आई हॉस्पिटल में 300 बेड की नयी यूनिट स्थापित की जाएगी।
बिहार के पूर्णिया, समस्तीपुर और यूपी के बलिया जिले में स्थित अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल को अपग्रेड किया जाएगा। यूपी के देवरिया, झारखंड के पलामू, मध्य प्रदेश के कटनी और बिहार के भोजपुर और भागलपुर जिले में नये अखंड ज्योति आई हॉस्पिटल खोले जाएंगे। कार्यकारी ट्रस्टी मृत्युंजय तिवारी ने बताया कि वर्ष 2030 तक युगॠषि श्रीराम शर्मा आचार्य चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा 300 अखंड ज्योति प्राथमिक नेत्र जांच केन्द्र भी खोले जाएंगे।
अखंड ज्योति अस्पतालों में पिछले 17 वर्षों में 10 लाख आंखों के ऑपरेशन किए जा चुके हैं। अगले 6 वर्षों में 20 लाख आंखों की सर्जरी का लक्ष्य रखा गया है। इनमें से 16 लाख गरीब मरीजों की आंखों का निःशुल्क ऑपरेशन होगा।
(पटना से नीलकमल की रिपोर्ट)