ग्रामीणों ने दिखाई सामूहिक ताकत : जनप्रतिनिधियों ने जब किया निराश तो लातेहार के तेतरियाटांड़ के ग्रामीणों ने खुद से छोटी नदी पर बनाया लकड़ी का पुल
LATEHAR:- कहते हैं कि हिम्मत और हौसला हो तो पहाड़ पर भी रास्ता और नदी पर पुल बनाया जा सकता है। ऐसा ही कुछ कारनामा लातेहार जिला के चंदवा प्रखंड अन्तर्गत बोदा पंचायत के तेतरियाटांड़ टोला के निवासी कर दिखाया है।यहां के लोगों ने गांव के तट पर अवस्थित सिताही नदी पर श्रमदान कर लकड़ी का पुल बनाया है,जिससे इनलोगों की मुश्किलें थोड़ी कम हुई है।
दरअसल गांव तक एक भी पहुंच पथ नहीं है। जिसके कारण लोग पगडंडी का सहारा लेकर आवागमन करते हैं। इस बीच थोड़ी भी असावधानी होती है तो दुर्घटनाग्रस्त भी हो जातें हैं।इस गांव के तट से होकर देवनद नदी का सहायक नदी सिताही गुजरती है। जो पहाड़ी नदी होने के कारण आये दिन बाढ़ उफान पर रहती है। जिससे गांव में निवास करने वाले करीब पच्चीस घर के डेढ़ सौ लोग पंचायत के अन्य गांव समेत प्रखंड मुख्यालय से कट जाते हैं। इनके समक्ष विकट परिस्थिति तब उत्पन्न होती है। जब गांव में कोई अचानक बिमार पड़ जाये। ऐसी स्थिति में लोग खटिया के सहारे जान जोखिम पर डाल नदी पार करने को विवश रहते हैं। गांव की बेटी पिन्की टोप्नो बताती है कि गांव से शहर तक रास्ता का घोर अभाव है। ऐसे में लोग अपने हाल में जीने को विवश हैं। इसी बात को ग्रामीण महिला सरिता भी दोहराती है।पहले नदी को पार करने में भी काफी परेशानी होती थी पर उसका निदान यहां के लोगों ने सामूहिक रूप से लकड़की का पुल बनाकर निकाला है।
नदी पर लकड़ी का पुल बनाने के बाद रास्ते को लेकर लोगों को हो रही परेशानी को लेकर जब कशिश न्यूज ने चंदवा प्रखंड विकास पदाधिकारी विजय कुमार को अवगत कराया तो बीडीओ ने गांव का दौरा कर आधारभूत सुविधा बहाल करने का आश्वासन दिया है।इसके साथ ही वृद्धा पेन्शन और आवास योजना का लाभ जरूरतमंदों तक पहुंचाने की बात कही है।
बताते चलें कि तेतरियाटांड़ में सरकारी सुविधा विहिन होने के बावजूद भी प्रतिभा की कमी नहीं हैं इसी गांव का एक बेटी ITBP में के जवान हैं और देश की सुरक्षा में तत्पर हैं। वहीं दूसरा बेटा झारखंड पुलिस में सेवारत हैं। जबकि बेटी पिन्की पढ़ाई के साथ अव्वल दर्जे की फुटबॉलर खिलाड़ी हैं। जो झांसी की रानी टीम की प्रतिनिधित्व करती है।