'JDU को तोड़ने की हो रही थी कोशिश' : सम्राट चौधरी का बड़ा दावा, जानिए कब खोलेंगे सिर पर बंधा मुरेठा, कर दिया खुलासा
PATNA :बिहार की सियासत अब यू-टर्न ले ली है और एकबार फिर NDA की सरकार बन गयी है। इस नयी सरकार में दो नये डिप्टी सीएम बनाए गये हैं। बीजेपी के सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने सोमवार को बड़ा बयान दिया और बताया कि आखिर बिहार की सियासत ने क्यों यू-टर्न ले लिया।
सम्राट चौधरी का बड़ा दावा
पटना में मीडिया से मुखातिब होते हुए सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू से ऑफर मिला तो फिर NDA की सरकार बनी। इसके साथ ही सम्राट चौधरी ने बड़ा दावा किया और कहा कि लोकतंत्र शर्मसार हो रहा था और जेडीयू को तोड़ने की कोशिश हो रही थी।
जनता दल यूनाइटेड को सरकार में रहकर लोग ये कह रहे थे कि 2024 में जेडीयू समाप्त हो जाएगी। सारी स्थिति को हमलोगों ने देखा। बिहार के विकास के लिए भारतीय जनता पार्टी ने 1996 में समता पार्टी के साथ गठबंधन किया था और लगातार NDA बनाकर सभी चुनावों में हमसाथ लड़ते रहे। साल 2005 में जंगलराज को समाप्त कर बिहार में सुशासन स्थापित किया गया।
'बिहार में अब होगा तेजी से विकास'
इसके साथ ही सम्राट चौधरी ने कहा कि अब हम बिहार में विकास के लिए लगातार काम करेंगे। सम्राट चौधरी ने कहा कि सूबे में 10 लाख रोजगार दिए जा रहे हैं। बहाली होगी। बिहार का विकास होगा और राजस्व में वृद्धि होगी। सम्राट चौधरी ने कहा कि 2020 के जनमत का हमने सम्मान किया है और आगामी चुनावों में हमारी बंपर जीत होगी।
'अयोध्या में मुंडवाऊंगा सिर'
वहीं, मुरेठा खोलने के सवाल पर बिहार के नवनियुक्ति डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि जब मेरी मां का निधन हुआ था तो मैंने मुरेठा बांधा था। मैं व्यक्तिगत तौर पर कमिटमेंट में रहता हूं।
बीजेपी मेरी दूसरी मां है। विरोधी दल के नेता के तौर पर मैंने मुरेठा बांधा था। पार्टी के सम्मान में अगर मुझे सिर मुंडवाना भी पड़े तो मैं तैयार हूं। मैं अयोध्या जा रहा हूं और वहीं अपने सिर भी मुंडवाऊंगा और मुरेठा भी भगवान श्रीराम के चरणों में अर्पित करुंगा।
विजय कुमार सिन्हा का बड़ा बयान
वहीं, बिहार के दूसरे डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहार में परिवर्तन हुआ है। बिहार को जिस रास्ते पर लालू प्रसाद की पार्टी आरजेडी ले जा रही थी, बीजेपी ने उसे बचा लिया है। बिहार में जनादेश तो सुशासन के लिए मिला था। सेवा करने का अब मौका मिला है।