'तेजस्वी जी…कविता से न हांके डींगें' : JDU नेता का कविता के जरिए जोरदार प्रहार, कहा : चारा खाया, अलकतरा पिया, लूट लिया रेल...
PATNA :JDU के मीडिया पैनलिस्ट और प्रदेश महासचिव ओम प्रकाश सिंह सेतु ने RJD नेता तेजस्वी प्रसाद यादव की कविता का जवाब उसी अंदाज में अपने ‘एक्स’ हैंडल पर पोस्ट कर दिया है।
दरअसल, तेजस्वी यादव ने अपनी कविता में एनडीए सरकार पर अत्याचार और तानाशाही का आरोप लगाकर हर हाल में उसे बदलने की बात कही है। JDU नेता ओमप्रकाश सिंह सेतु ने इस पर पलटवार करते हुए अपने ‘एक्स’ पर पोस्ट में लिखा है कि तेजस्वी यादव को उनके पिता लालू प्रसाद और माता राबड़ी देवी के शासनकाल में बिहार में जो हुआ, उसके बारे में भी अपने पिताजी और जनता को बताना चाहिए। लालू – राबड़ी राज चले जाने का यदि किसी को कोई सबसे अधिक फायदा हुआ है तो वह है बिहार की जनता।
इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ‘एक्स’ पर पोस्ट की गई अपनी कविता में एनडीए सरकार पर अत्याचार और तानाशाही का आरोप लगाकर उसे बदलने की बात करते हैं, मगर उनको इसके साथ-साथ अपने पिता के शासनकाल में हुए कई घोटालों का भी जिक्र करना चाहिए। चारा घोटाला के मामले में लालू प्रसाद सजायाफ्ता हैं और जेल गए और अब पॉलिटिक्स करते हैं।
सीएम रहते लालू प्रसाद सड़कें न बनवाकर उसका पूरा अलकतरा डकार गए। रेल मंत्री रहते रेलवे को भारी नुकसान पहुंचाया। रेल पटरियों के साथ ही पूरा रेल इंफ्रास्ट्रक्चर ध्वस्त कर दिया। तेजस्वी जी… आप कविता से डींगें न हांकें। लालू परिवार की पूरी पोल पट्टी खुल गई है। लालू राज में भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था का क्या आलम था, इसके बारे में भी लोगों को पता है। जनता अब दोबारा उस दौर में लौटना नहीं चाहती है।
अपने ‘एक्स’ एकांउट पर तेजस्वी की कविता को टैग करते हुए ओमप्रकाश सेतु ने उसका कुछ इस अंदाज में जवाब दिया है :
"बनके घोटालों के बादशाह, करते रहे मनमर्जी,
चारा खाया, अलकतरा पिया और लूट लिया रेल।
मां-बाप ने रखा नाम लालू, कैदी नम्बर 3351 बनकर गए जेल।
अब क्या रहा जग में कहने को, खुल गई पूरी पोल,
घर आकर करने लगे पॉलिटिक्स, नहीं बताया क्यों गए थे जेल।"
ओमप्रकाश सेतु ने कहा कि तेजस्वी यादव को जरा ये सच्चाई भी अपने पिता जी को और बिहार की जनता को बताना चाहिए।