बुद्धा हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट का उद्घाटन : राज्यपाल ने किया शुभारंभ, इलाके के लोगों में खुशी
GAYA :शहर के गया-परैया मुख्य सड़क मार्ग पर दुर्वे गांव के समीप स्थित बुद्धा हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट्स का बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने फीता काटकर उद्धाटन किया. इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी प्रस्तुति की गई. वहीं अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया.
कार्यक्रम में शहर के वरिष्ठ चिकित्सक, शिक्षाविद सहित कई गणमान्य लोग शामिल हुए. इस मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि आज बड़ी ही खुशी की बात है कि स्वास्थ्य की सेवा में बुद्धा हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट्स का शुभारंभ किया गया है. इसके लिए इस अस्पताल से जुड़े तमाम लोगों का हम अभिनंदन करते हैं.
इस अस्पताल के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य की सेवा मिलेगी. खासकर ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले लोग यहां पर अपना इलाज करा सकेंगे. देखा जाए तो एलोपैथ के साथ-साथ आयुर्वेद पद्धति से स्वास्थ्य सेवा का लाभ लोगों को मिले। यह भी जरूरी है। दोनों पद्धति के माध्यम से अगर स्वास्थ्य सेवा मिलती है तो लोगों को स्वास्थ्य में सुधार होगा और वह निरोग होंगे.
वहीं, बुद्धा हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट्स के प्रबंध निदेशक ई. अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के कर कमलों के द्वारा इस अस्पताल का उद्घाटन किया गया है. हमारा प्रयास होगा यहां इलाज के लिए आने वाले लोगों को बेहतर सुविधा दें. पहले तो हमलोग प्रयास करेंगे कि लोग बीमार ही ना हो लेकिन अगर फिर भी उन्हें कोई बीमारी होती है तो कम दर पर समुचित इलाज किया जाए. साथ ही लोगों को यह प्रशिक्षण भी हमलोग देंगे कि वह अपने जीवन शैली में सुधार लाएं ताकि उन्हें कोई बीमारी ना हो. खान-पान और व्यायाम न करने की वजह से लोगों को बीमारी होती है तो ऐसे में हम उन्हें प्रशिक्षित करेंगे कि उनकी जीवनशैली किस तरह से चले? ताकि वे लोग स्वस्थ रह सके.
राज्यपाल द्वारा स्पीच के माध्यम से कहा गया है कि गांव में भी अस्पताल की व्यवस्था हो तो ऐसे में हमलोगों ने निर्णय लिया है कि पंचायत स्तर पर 2 से 5 बेड के हॉस्पिटल का निर्माण कराएं ताकि प्रारंभिक इलाज वहां हो सके और जरूरत पड़ने पर इस अस्पताल में भी उनका इलाज कराया जा सके. आज के कार्यक्रम में दिल्ली, कोलकाता, हैदराबाद सहित अन्य कई जगहों के वरिष्ठ चिकित्सक शामिल हुए हैं, जिन्होंने ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों के माध्यम से स्वास्थ्य सेवा देने की बात कही है. आज का दिन हमारे लिए बड़े ही गौरव का दिन है.