Bihar : पटना के डॉ. आशीष सिंह ने किया कमाल, रोबोटिक माध्यम से किया कूल्हे का सफल ऑपरेशन
PATNA :पटना के कंकड़बाग स्थित अनूप इंस्टिट्यूट ऑफ़ ऑर्थोपेडिक्स एंड रिहैबिलिटेशन में रोबोटिक सर्जरी के जरिए एक मरीज का सफल ऑपरेशन किया गया है। इस अस्पताल में सामान्य रोबोटिक सर्जरी के साथ ही अब घुटने और कूल्हे आदि का भी प्रत्यारोपण कम खर्चे में किया जा रहा है।
एआईओआर सुपरस्पेशियलिटी यूनिट, कंकड़बाग, पटना में केन्द्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) पर इलाज की सुविधा नहीं है, पर सीजीएचएस की दर पर ही यहां रोबोटिक सर्जरी की जाती है। सामान्य रोबोटिक सर्जरी के साथ घुटना, कूल्हे आदि का भी प्रत्यारोपण किया जाता है। यह जानकारी देते हुए एआईओआर सुपरस्पेशियलिटी यूनिट के डायरेक्टर डॉ. आशीष सिंह ने बताया कि एनएबीएच से मान्यता प्राप्त हमारा हास्पिटल हड्डी रोग का सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल है।
उन्होंने कहा कि चूंकि सीजीएचएस में रोबोटिक सर्जरी शामिल नहीं है, इसलिए यह सुविधा हमारे यहां उपलब्ध नहीं, पर इसी दर पर हम उनका इलाज करते हैं जो इस योजना से जुड़े मरीज हमारे यहां आते हैं। अभी हाल ही इसके दो मरीजों का इलाज सीजीएचएस की दर पर ही किया है।
रोबोटिक माध्यम से कूल्हे और घुटने के सफल प्रत्यारोपण में पूरे भारत में अपनी अलग छवि बना चुके एआईओआर सुपरस्पेशियलिटी यूनिट के निदेशक डॉ. आशीष सिंह ने एक और सफलता हासिल की है। डॉ. आशीष सिंह ने एक मरीज का रोबोटिक माध्यम से सफल कूल्हे का प्रत्यारोपण किया है। इलाज के बाद मरीज पूरी तरह से स्वस्थ है। मूल रूप से बिहार के पटना निवासी मदन प्रसाद ने बताया कि उनके कूल्हे में शुरू से ही दिक्कत थी। जिसके कारण उनको चलने या बैठने में काफी दिक्कत हो रही थी। मरीज़ मदन प्रसाद ने कहा कि उन्हें पटना के डॉक्टर आशीष सिंह के बारे में जानकारी मिली। उनको यह बताया गया कि रोबोटिक माध्यम से कूल्हे और घुटने का सफल प्रत्यारोपण कराने और इलाज करने में डॉक्टर आशीष सिंह पूरे देश में ख्याति प्राप्त हैं। आज मरीज़ सेहतमंद जीवन जी रहा है। मरीज़ को एक तरह से नया जीवन मिला है। आज एकदम फिट है और अपने सभी काम को आराम से कर ले रहा है।
देश में हड्डी रोग में रोबोट सर्जरी की शुरुआत करनेवाले पटना (बिहार) के एआईओआर सुपरस्पेशियलिटी यूनिट जो सवेरा हॉस्पिटल, कंकड़बाग के पांचवें तल्ले पर है, के मेडिकल डायरेक्टर एवं अनूप सुपर स्पेशलिटी के प्रमुख डा. आशीष सिंह से इलाज कराने के लिए विदेश से भी मरीज आ रहे हैं। बंगलादेश, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, मॉरीशस, भूटान और नेपाल के अपाहिज हड्डी रोग मरीज धड़ल्ले से यहां इलाज के लिए आ रहे हैं।