पटना पुस्तक मेला में पर्यावरण पर संकट पर हुआ मंथन : डॉल्फिन मैन प्लास्टिक पॉल्युशन को लेकर चेताया, कई बुद्धिजीवियों ने रखे विचार

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 Brainstorming on environmental crisis in Patna Book Fair  Brainstorming on environmental crisis in Patna Book Fair

PATNA :पटना पुस्तक मेला में आज पर्यावरण पर संकट विषय पर बातचीत का आयोजन किया गया। पर्यावरण संकट पर अपनी बात रखते हुए डॉल्फिन मैन रवींद्र कुमार सिन्हा ने प्लास्टिक पॉल्युशन से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव पर अपनी बातें रखी। डॉ. आरके सिन्हा ने कहा कि 1980 में हमारे देश में प्लास्टिक आया और अब हर आदमी के किडनी, लीवर, मां के दूध, जन्म लेनेवाले नवजात के प्लासेंटा में प्लास्टिक के कण मौजूद हैं, जो शरीर पर बहुत खराब प्रभाव डालता है।

राजीव कुमार ने पर्यावरण संकट पर बोलते हुए कहा कि आज पर्यावरण का संकट दुनिया का संकट है। देश की लगभग 40% आबादी गंगा नदी के किनारे रहती है, जहां फ़सलें लहराती थीं, वहां पर आज कंक्रीट के जंगल फैल गए हैं। गवर्नेंस जबतक नहीं सुधरेगा, तबतक पर्यावरण नहीं सुधरेगा। बिहार में बिना किसी इंडस्ट्रीज़ के पॉल्युशन लगातार बढ़ रहा है। सरकार अपनी मज़बूत इच्छाशक्ति से पर्यावरण को बचा सकती है।

मेहता नागेन्द्र प्रसाद ने कहा कि धूप, हवा, पानी पर टिकी है जिंदगानी, इसे प्रदूषित करने की मत कर नादानी, अगर किये नादानी तो जीना मुश्किल होगा और बिना तड़पे मरना भी मुश्किल होगा।