बंटी और बबली की जोड़ी गिरफ्तार : 11 लाख का असली नोट लेकर 22 लाख का नकली नोट देने वाले दो ठग भाइयों को झारखंड पुलिस ने बिहार से पकड़ा
गढ़वा-50 लाख का लोन दिलाने के नाम पर 11 लाख से ज्यादा की राशी की ठगी करने वाले दो आरोपी को गढवा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है..गिरफ्तार दोनो आरोपी पड़ोसी राज्य बिहार का रहने वाला है।
इस संबंध में जिले के एसपी अंजनी कुमार झा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी बिहार राज्य के कैमूर जिला का रहने वाला रोशन कुमार व रोहतास जिला का हरेंद्र प्रजापति है और आपस में ममेरा-फुफेरा भाई है.इनलोगो ने 20 जनवरी 2022 को झुरा गांव निवासी दशरथ राम से खुद को माइक्रो फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी बताकर 50 लाख लोन दिलाने के नाम पर सिक्योरिटी मनी के रूप में 11 लाख 30 हजार लेकर चंपत हो गया था जिसकी शिकायत दशरथ राम ने नगर थाना में की थी.
इसी शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया था और पूरे मामले की जांच एवं अनुसंधान के लिए एसआईटी का गठन किया था.इस दौरान दो संदिग्ध व्यक्तियों के गढ़वा रेलवे स्टेशन रोड के पास होटल आरडीएस में 6 जनवरी व 16 जनवरी को ठहरने का प्रमाण मिला।इस दौरान उसने फर्जी आधार कार्ड व मोबाइल नंबर का प्रयोग करते हुए घटना को अंजाम दिया था लेकिन पुलिस उनके असली ठिकाने का पता लगाने में सफल रही और फिर बिहार के कैमूर और रोहताल जिला स्थित इनके घर से दोनो को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार रोशन कुमार पहले दिल्ली में रहकर ऑटो चलाता था। कम आमदनी होने के कारण धोखाधड़ी का धंधा अपनाकर दिल्ली में ही कई लोगों को ठगी का शिकार बनाया,लेकिन देश में संपूर्ण लोक डाउन लग जाने के बाद वह वहां ठगी का धंधा नहीं चला तो बिहार स्थित पैतृक घर वापस आ गया और उसके बाद अपने आसपास के क्षेत्रों में घूम कर लोगों को ठगी का शिकार बनाना शुरू किया।
इस दौरान अपने फुकरे भाई हरेंद्र प्रजापति के साथ मिलकर गढ़वा व मेदनीनगर को अपना नया ठिकाना बनाया। तथा झुरा निवासी दशरथ राम को अपने जाल में फंसा लिया,और11 लाख 30 हजार का असली नोट लेकर बदले में दुगुना यानी 22 लाख 60 हजार की राशी के नाम पर नकली नोट दे दिया था.गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को बताया कि ठगी के रुपए में से 5 लाख रोशन कुमार के बैंक खाते में जमा किया गया है। जबकि हरेंद्र प्रजापति को बहन की शादी के लिए भी लाखों राशी खर्च के लिए रखा गया था.