अंचल कार्यालय में बिना घूस दिये नहीं हो रहा काम : एक शख्स रकबा सुधार हेतु एक साल से लगा रहे CO ऑफिस का चक्कर, अब मंत्री के जनता दरबार से ही उम्मीद
Ranchi : राजधानी रांची के अंचल कार्यालयों में भ्रष्टाचार के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहा है. रांची के सभी अंचल कार्यालय में कोई काम बिना चढ़ावा का नहीं हो रहा है. सभी जमीन से संबंधित कार्य के लिए रेट निर्धारित किया गया है. जब तक आप निर्धारित रेट के मुताबिक पैसा नहीं देंगे,तब तक आपका कोई काम नहीं होगा. म्यूटेशन से लेकर रकबा सुधार का अलग-अलग रेट निर्धारित किया गया है. इसका जीता-जागता प्रमाण स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी के जनता दरबार में देखने को मिला है.
क्या है पूरा मामला
बता दें कि नगड़ी अंचल के पुनदाम में रहने वाले इसरत आलम पांच भाई हैं. सभी भाइयों के नाम पर पुनदा स्थित14डिसमिल भूमि घर बनाने के लिए खरीदी है. जिसका खाता नं०-260प्लान नं०-3945और रकबा14डिसमिल है. लेकिन ऑनलाइन रिकार्ड में सिर्फ04डिसमिल दिख रहा है. इसके सुधार के लिए एक साल से अंचल अधिकारी के पास आवेदन देकर कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं. लेकिन अब तक सुधार से संबंधित कोई कार्रवाई नहीं हुई है. अब इसरत आलम को स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी से उम्मीद है.
COऑफिस से की जा रही पैसे की मांग: इसरत आलम
वहीं रकबा सुधार के लिए एक साल से अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रहे इसरत आलम ने कहा कि राजस्व कर्मचारी,सीआई और ऑपरेटर जानबूझ कर आवेदन को पेंडिंग रखते हैं और पैसा का डिमांड करते हैं. मेरे ऑनलाइन सुधार के लिए दस हजार रुपए की मांग की जा रही है. पैसा नहीं देने पर एक साल से सीओ ऑफिस का चक्कर लगा रहा हूं.
रांची से राहुल कुमार की रिपोर्ट---