श्रीराम मंदिर पथ में बनेंगे 25 श्रीराम स्तंभ : चंपारण के राकेश पाण्डेय को मिली बड़ी जिम्मेदारी, खर्च होंगे 2.03 करोड़ रुपये

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 25 Shri Ram pillars will be built in Shri Ram Mandir Path.  25 Shri Ram pillars will be built in Shri Ram Mandir Path.

MOTIHARI : अयोध्या धाम में श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे भव्य श्रीराममंदिर जाने वाले मार्ग को आकर्षक बनाने के लिए जगह-जगह श्रीराम स्तंभ बनाए जा रहे हैं। मंदिर परिसर जाने वाले मुख्य मार्ग पर 25 श्रीराम स्तंभ बनाने का कार्य 30 नवंबर तक पूर्ण हो जाना है। करीब 2 करोड़ 03 लाख की लागत से बनने वाले श्रीराम स्तंभ की सेवा का कार्य ब्रॉवो फार्मास्युटिकल नामक कंपनी को मिला है। लंदन की इस कंपनी के मालिक बिहार के चंपारण निवासी राकेश पाण्डेय हैं।

श्रीराम मंदिर जाने वाला मार्ग होगा आकर्षक

ब्रॉवो फार्मास्युटिकल प्रा.लि. के चेयरमैन राकेश पाण्डेय के लिए वो दिन जीवन के सुंदर पलों में से एक था, जब अयोध्या संरक्षण एवं विकास निधि समिति की ओर से उनको श्रीराम स्तंभ बनाने का प्रस्ताव मिला। उन्होंने ये जानकारी सार्वजनिक करते हुए कहा कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की ओर जाने वाली प्रमुख सड़कों पर भव्य श्रीराम स्तंभ के निर्माण का सौभाग्य मुझे मिला है।

जगह-जगह बनाए जा रहे हैं श्रीराम स्तंभ

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि श्रीराम स्तंभ में योगदान देकर मुझे ना केवल अयोध्या की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने बल्कि एक ऐसी विरासत में भी भाग लेने का सौभाग्य मिला, जो पीढ़ियों तक गूंजती रहेगी और इस ऐतिहासिक और धार्मिक नगरी के लिए एक जीवंत भविष्य सुनिश्चित करेगी। इस योजना पर 2 करोड़ 3 लाख का खर्च उनकी कंपनी BravoPharma उठाएगी।

इसके साथ ही राकेश पाण्डेय मानते हैं कि प्रभु श्रीराम की नगरी में मेरा यह निवेश इतिहास, संस्कृति और सनातन मूल्यों की स्थापित करने और श्रद्धालुओं के मन में स्थायी भावना को बढ़ावा देने में एक गिलहरी का योगदान साबित होगा।

श्रीराम मंदिर पथ पर बनेंगे 25 स्तंभ

अयोध्या के प्रमंडलीय आयुक्त और IAS अधिकारी गौरव दयाल, जो अयोध्या संरक्षण एवं विकास निधि समिति के पदेन अध्यक्ष हैं, ने ब्रॉवो फार्मा द्वारा अयोध्या में सेवा देने के प्रस्ताव पर श्रीराम स्तंभ बनाने का कार्य राकेश पाण्डेय को सौंपा। समिति की ओर से जारी पत्र के अनुसार श्रीराम मंदिर पथ पर 25 स्तंभ बन रहे हैं। एक स्तंभ की ऊंचाई 6 मीटर और चौड़ाई डेढ़ मीटर होगी, जिसका 12 एमएम मोटे फाइबर से इसका निर्माण होगा, वो आग और पानी से प्रभावित नहीं होगा। तय समय के अनुसार यानी 30 नवंबर तक कार्य पूर्ण हो जाना है। इस परियोजना पर 2.03 करोड़ की लागत आने वाली है।

आपको बता दें कि ब्रॉवो फार्मा की ओर से ब्रॉवो फाउंडेशन भी चलता है, जो बिहार खासकर चंपारण में कई तरह के सेवा प्रकल्प चलाता है। पुराने स्कूल, पुस्तकालय और अस्पतालों के जीर्णोद्धार से लेकर खेल के मैदान, मेधावी बच्चों के लिए छात्रवृत्ति, गरीबों को शिक्षा और स्वास्थ्य से लेकर बेटियों की शादी में आर्थिक सहयोग जैसे कार्य प्रमुख हैं।

राकेश पाण्डेय का चंपारण के लिए धड़कता है दिल

हाल में सैकड़ों लोगों को कश्मीर की यात्रा कराकर ब्रॉवो फाउंडेशन ने सुर्खियां बटोरी थी। इसके कर्ताधर्ता राकेश पाण्डेय को चंपारण का बेटा और बिहार ब्रांड माना जाता है। लोग बताते हैं कि उनका आवास और कारोबार भले ही लंदन में हो, दुनिया भर में प्रवास होता हो लेकिन उनका दिल चंपारण के लिए धड़कता है। मूलतः वे पूर्वी चंपारण के सरोतर गांव के निवासी हैं।