BIG NEWS : बिहार विधानसभा चुनाव में कौन होगा NDA का चेहरा?, सम्राट चौधरी ने कर दिया क्लीयर, दिल्ली में दिया बड़ा बयान
Bihar Assembly Elections :साल 2025 में बिहार में विधानसभा चुनाव होना है, जिसे लेकर सियासी गतिविधियां तेज होने लगी है। इस बीच ये सवाल उठने लगा था कि बिहार के मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में NDA विधानसभा चुनाव लड़ेगा या नहीं? इसका जवाब अब बिहार के डिप्टी सीएम और पूर्व बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने दे दिया है।
"CM नीतीश होंगे 2025 में NDA का चेहरा"
सम्राट चौधरी ने दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए दो टूक अंदाज में कहा कि एनडीए गठबंधन में बिहार चुनाव को लेकर कोई भ्रम नहीं है। बिहार में सीएम नीतीश कुमार ही नेता हैं और आगे भी रहेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चेहरों पर ही एनडीए गठबंधन विधानसभा चुनाव लड़ेगा। सम्राट चौधरी ने ये भी कहा कि साल 2020 में भी हमलोगों ने घोषणा कर चुनाव लड़ा और आजतक हमने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को ही माना है। आगे भी PM मोदी और CM नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेंगे।
सम्राट चौधरी का अरविंद केजरीवाल पर निशाना
इसके साथ ही सम्राट चौधरी ने कहा कि बीते कुछ दिनों से दिल्ली में एक सीनियर लीडर बार-बार पूर्वांचल को लेकर लोगों को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं। दिल्ली की जनता स्पष्ट तौर पर जानती है कि दिल्ली की भलाई के लिए कौन काम कर रहा है और कौन नहीं कर रहा है। दिल्ली जैसे प्रदेश में जहां पानी, नाली और सड़क की दिक्कत हो, उन समस्याओं पर दिल्ली के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कुछ नहीं बोल रहे हैं।
इसके साथ ही सम्राट चौधरी ने कहा कि मैं आज दिल्ली में रह रहे पूर्वांचल के लोगों से आग्रह करने आया हूं कि इन लोगों से सावधान रहने की जरूरत है। मैं सभी लोगों से अपील करूंगा कि 2025 के चुनाव में पूर्ण रूप से दिल्ली में बैठी सरकार को जवाब देने का काम करें।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि "बिहार-उत्तर प्रदेश के विकास के लिए लगातार जेपी नड्डा जी का सहयोग देश को मिल रहा है। आज केजरीवाल को इसकी ज्यादा चिंता है कि बांग्लादेशी को कैसे स्थापित करें। पूर्वांचल के लोगों को पता है कि कोरोना जैसे विपत्ति के समय में तो कैसे केजरीवाल की सरकार ने भगाने का काम किया था। बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों को एहसास है कि कैसे बसों और ट्रेनों में भर-भर वापस लौटना पड़ा था।"