बिहार में 'जाति' पर छिड़ी सियासी लड़ाई! : मांझी ने लालू को बताया गड़ेरिया तो RJD सुप्रीमो ने भी किया तीखा पलटवार, HAM ने दी वंशावली जारी करने की चुनौती

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 When Manjhi called Lalu a shepherd RJD supremo also made a sharp counterattack.  When Manjhi called Lalu a shepherd RJD supremo also made a sharp counterattack.

PATNA :बिहार में जाति पर सियासी लड़ाई छिड़ गयी है। जी हां, बिहार के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के बीच की ये लड़ाई इनदिनों राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय बन गयी है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद और पूर्व CM जीतन राम मांझी के बीच जुबानी जंग तेज़ हो गयी है। अब तो इस जंग में वंशावली जारी करने की भी चुनौती दी जाने लगी है।

बिहार में 'जाति' पर छिड़ी सियासी लड़ाई!

दरअसल, बुधवार को केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद...यादव नहीं बल्कि गड़ेरिया हैं। 'हम' संरक्षक जीतनराम मांझी ने बेहद ही तीखे लहजे में कहा कि अगर तेजस्वी यादव मुझे जीतनराम मांझी की बजाए जीतनराम शर्मा कहते हैं तो मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि वो बताएं कि उनके पिता क्या हैं? तेजस्वी को पता भी नहीं है कि लालू यादव किसके जन्मे हुए हैं? उन्होंने कहा कि वास्तव में लालू गड़ेरिया पिता के बेटे हैं। वह यादव नहीं बल्कि गड़ेरिया जाति से हैं। ये बात तेजस्वी को अपने पिता से जरूर पूछना चाहिए।

बोले लालू - वो मुसहर है क्या?

इधर, जीतन राम मांझी के इस बयान पर पलटवार करते हुए लालू प्रसाद यादव ने दो टूक अंदाज में कहा कि वो मुसहर हैं क्या? इसके बाद आज यानी गुरुवार को मांझी की पार्टी ने लालू यादव को अपनी वंशावली जारी करने की चुनौती दे डाली। 'हम' के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्याम सुंदर ने आगे कहा कि आप सही मायनों में यादव हैं या गड़ेरिया हैं, यह पता चल जाएगा। जमीन सर्वे में लोग वंशावली बना रहे हैं। आप भी बनाइये। आपकी संपत्ति की भी जांच हो जाएगी, उसका बंटवारा भी हो जाएगा और आपकी जाति का भी पता चल जाएगा।

"गर्व से कहते हैं कि हम मुसहर-भुइयां हैं"

इधर, सोशल मीडिया पर केन्द्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने एक पोस्ट साझा किया है और लिखा है कि लालू जी हम मुसहर-भुइयां हैं। हमारे पिता मुसहर-भुइयां थे। हमारे दादा मुसहर-भुइयां थे। हमारे परदादा मुसहर-भुइयां थे। हमारा तो पूरा खानदान ही मुसहर- भुइयां है और हम तो गर्व से कहते हैं कि हम मुसहर-भुइयां हैं।

जानिए कहां से शुरू हुई जुबानी जंग

गौरतलब है कि दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के बीच की ये सियासी जुबानी जंग तब शुरू हुई, जब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सवाल उठाते हुए कुछ दिन पहले पार्टी के सदस्यता अभियान के आयोजन में कहा था कि जीतन राम मांझी तो असल में जीतन राम शर्मा हैं। उनके इसी बयान पर केन्द्रीय मंत्री जीतन राम मांझी तिलमिला गये थे और उन्होंने तीखा प्रहार किया। इसके बाद से ही जुबानी जंग तेज हो गयी है।