JHARKHAND NEWS : बाजार समिति में अतिक्रमण से व्यापारी परेशान, जल्द चलेगा अतिक्रमण मुक्त अभियान
गढ़वा :गढ़वा जिले के बाजार समिति में अतिक्रमण की समस्या बढ़ने से व्यापारी वर्ग में काफी नाराजगी है। यह बाजार समिति, जो करोड़ों रुपये का राजस्व देती है, यूपी, बिहार, छत्तीसगढ़ सहित झारखंड के अन्य हिस्सों में व्यापार का एक प्रमुख केंद्र है। लेकिन हाल के दिनों में यहां अतिक्रमण के कारण व्यापारियों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बाजार समिति में अतिक्रमण से व्यापार प्रभावित
गढ़वा जिले का यह बाजार समिति प्रमुख व्यापारिक केंद्र है, जहां से सीमावर्ती राज्यों यूपी, छत्तीसगढ़, बिहार और झारखंड के अन्य जिलों में सब्जी और किराना सामान का बड़े स्तर पर कारोबार होता है। हालांकि, हाल के दिनों में कुछ लोग बाजार समिति की चारदीवारी तोड़कर उसे रास्ता बनाने लगे हैं, और कई अन्य ने अतिक्रमण कर लिया है। इससे असली व्यापारियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। अतिक्रमणकारी इतने दबंग हो गए हैं कि व्यापारी उनका विरोध करने से डर रहे हैं। व्यापारी वर्ग का कहना है कि अतिक्रमण से उनके व्यापार में भी नुकसान हो रहा है, क्योंकि ये लोग अवैध तरीके से आकर कीमतों को भी खराब कर देते हैं, और विरोध करने पर मारपीट पर उतारू हो जाते हैं।
व्यापारी वर्ग की शिकायत
व्यापारी वर्ग ने कहा कि अतिक्रमणकारियों की वजह से न सिर्फ व्यापार में नुकसान हो रहा है, बल्कि बाजार में अव्यवस्था भी फैल रही है। इन लोगों ने बाजार में अतिक्रमण कर लिया है और उनकी गतिविधियां व्यापारियों के लिए बेहद परेशानियों का कारण बन रही हैं।
पणन सचिव की प्रतिक्रिया और आगामी कार्रवाई
इस मामले पर जब बाजार समिति के पणन सचिव से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि "हां, बाजार समिति में अतिक्रमण हुआ है। हमने इस संबंध में उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट सौंप दी है। कुल 55 लोगों ने अतिक्रमण किया है, और कुछ लोगों ने चारदीवारी तोड़कर रास्ता बना लिया है।" उन्होंने आगे कहा कि इस मामले में जल्द ही अतिक्रमण मुक्त अभियान चलाया जाएगा और इसके लिए मजिस्ट्रेट की तैनाती भी कर दी गई है।
अतिक्रमण मुक्त अभियान की शुरुआत
अतिक्रमण से परेशान व्यापारियों के लिए यह राहत की खबर है कि जल्द ही बाजार समिति में अतिक्रमण को हटाने के लिए अभियान शुरू किया जाएगा। इस अभियान के तहत संबंधित अधिकारियों द्वारा अतिक्रमणकारी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ताकि बाजार की व्यवस्था और व्यापारियों का काम सुचारू रूप से चल सके।