100 दिन बाद जेल से बाहर आएंगे : MLA कोर्ट ने शिवसेना के फायर ब्रांड नेता संजय राउत को दी जमानत..
Desk:-बड़ी खबर शिवसेना सांसद संजय राउत को लेकर है.एमपी एमएलए की विशेष कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी है और जमानत मिलने के बाद करीब 100 दिन बाद संजय राउत जेल से बाहर आ पाएंगे.
बता दें कि संजय राउत के खिलाफ मनी लॉड्रिंग का आरोप है.पात्रा चॉल घोटाला में आरोपी बने प्रवीण के माध्यम से संजय राउत की पत्नी को लाखों की राशी मिलने की बात कही गई है.इस मामले में ईडी ने 31 जुलाई को उन्हें गिरफ्तार किया था.इस बीच संजय के जमानत की याचिका का ईडी द्वारा विरोध किया गया था,पर कोर्ट ने करीब 100 दिन बाद जमानत देने का फैसला किया है.जमानत मिलने के बाद वे जल्द ही जेल से बाहर आ पाएंगे.शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट द्वारा बीजेपी से मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाए जाने के दौरान संजय राउत ने बीजेपी के महाराष्ट्र इकाई के साथ ही केन्द्रीय नेतृ्त्व पर करारा हमला किया था.और एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के बाद ईडी की टीम अलर्ट मोड में आई थी.कथित रूप से पात्रा चॉल घोटाले में संजय राउत से कई दफे पुछताछ की गई और फिर ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था.संजय की गिरफ्तारी पर गैर विपक्षी दलों दलों ने केन्द्र की मोदी सरकार पर करारा हमला बोला था और इसे केन्द्रीय एजेंसी के दुरूपयोग का आरोप लगाया था.
क्या है पात्रा चॉल स्कैम
साल 2007 में महाराष्ट्र हाउसिंग ऐंड डिवेलपमेंट अथॉरिटी (MHADA) ने चॉल में रहने वाले परिवारों को स्थायी घर देने के लिए फ्लैट बनाकर देने की योजना शुरू की थी। यह काम गोरेगांव के सिद्धार्थ नगर में होना था। पात्रा चाल के रिडिवेलपमेंट का काम गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया था। म्हाडा की 47 एकड़ की जमीन में 672 घर बने हैं। कंपनी को साढ़े तीन हजार फ्लैट बनाकर देने थे। म्हाडा का प्लान था कि फ्लैट बनने के बाद जो जमीन बचेगी उसे बेच दिया जाएगा। हालांकि 14 साल के बाद भी कंपनी ने यहां फ्लैट नहीं बनाए। आरोप है कि गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी ने म्हाडा के साथ धोखाधड़ी की और बिना फ्लैट बनाए ही जमीन बिल्डरों को बेच दी। इससे उसे 901 करोड़ रुपये से ज्यादा का मुनाफा हुआ।