लौहपुरुष की जयंती पर ‘रन फॉर यूनिटी’ का आयोजन : सीबीसी-पीआईबी के अधिकारियों ने लगायी दौड़, परिचर्चा का भी हुआ आयोजन
PATNA : लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती ‘राष्ट्रीय एकता दिवस-31 अक्टूबर’ के मद्देनजर केंद्रीय संचार ब्यूरो (सीबीसी) पटना ने पटना में बुधवार (30 अक्टूबर) ‘रन फॉर यूनिटी’, राष्ट्रीय एकता दिवस शपथ और परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया।
कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर मुख्य अतिथि कथाकार शिवदयाल, अतिथि डॉ. संजय कुमार, निदेशक अंकुर पब्लिक स्कूल, पटना, पीआईबी पटना के निदेशक आशीष लकड़ा और सीबीसी पटना के प्रमुख संजय कुमार ने संयुक्त रूप से किया।
“राष्ट्रीय एकता दिवस” पर सीबीसी-पीआईबी पटना के अधिकारियों, कर्मियों और स्थानीय लोगों ने ‘रन फॉर यूनिटी’ के तहत आशियाना-दीघा में दौड़ लगाई। राष्ट्रीय एकता दिवस पर परिचर्चा के पूर्व सभी ने राष्ट्रीय एकता की शपथ ली।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि कथाकार शिवदयाल ने कहा कि भारत का हर व्यक्ति सरदार पटेल का ऋणी है क्योंकि उन्होंने राष्ट्रीय एकता की जो नींव रखी, उसी का परिणाम है कि आजादी के पहले टुकड़ों में बंटे रियासतों को आजादी के बाद एकीकृत कर भारत को मजबूत बनाया। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल की ही देन है कि एक भारत श्रेष्ठ भारत में हम सांस ले रहें है। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल की व्यक्तिक्तव और कृतृत्व को नई पीढी को जानना और समझना चाहिए।
वहीं, डॉ. संजय कुमार, निदेशक अंकुर पब्लिक स्कूल, पटना ने कहा कि भारत के पहले गृहमंत्री और उप-प्रधानमंत्री के रूप में सरदार पटेल ने भारतीय संघ में सैंकड़ों रियासतों के एकीकरण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। भारतीय रियासतों के भारतीय संघ में एकीकरण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने और रियासतों को भारतीय संघ के साथ जुड़ने के लिए राजी करने हेतु इन्हें "भारत के लौह पुरुष" के रूप में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल यदि नहीं होते तो आज देश की जो तस्वीर है, ऐसी नहीं होती।
सीबीसी पटना के प्रमुख-उपनिदेशक संजय कुमार ने सरदार पटेल के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला और कहा कि उन्होंने एक राष्ट्र की परिकल्पना के साथ कई महत्वपूर्ण बदलावों को अंजाम दिया था। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल गृह मंत्री के साथ-साथ सूचना और प्रसारण मंत्री भी थे और आजाद भारत में आजाद मीडिया की नींव रखी थी। आकाशवाणी को जहां मजबूत किया था।
वहीं, समाचार एजेंसियों के गठन में भी अपना योगदान दिया था। इस अवसर पर पीआईबी पटना के निर्देशक आशीष लकड़ा ने कहा कि सरदार पटेल ने देश के लिए जो बलिदान दिया, जो कार्य किए, उनके कार्यों को भारतीय जनमानस को जानना और समझना चाहिए। खासकर युवा पीढ़ी को क्योंकि सरदार पटेल ने देश की एकता और अखण्डता के लिए जो कार्य किए वह अपने आप में मिसाल है।
कार्यक्रम के दौरान जन जागृति कलामंच पटना के कलाकारों ने राष्ट्रीय एकता पर गीत और नाटक की प्रस्तुति की। कार्यक्रम का संचालन सीबीसी के अमरेन्द्र मोहन और धन्यवाद ज्ञापन अरविंद कुमार ने किया।
(पटना से नीलकमल की रिपोर्ट)