रांची के युवक ने DGP से की शिकायत : जगरनाथपुर थाना प्रभारी पर गैरकानूनी तरीके से हिरासत में रखने का लगाया आरोप
रांची : राजधानी रांची के युवक अमन कुमार चौधरी ने जगरनाथपुर थाना प्रभारी अशोक प्रसाद पर गंभीर आरोप लगाते हुए झारखंड के डीजीपी को पत्र लिखा है. अमन चौधरी के मुताबिक थाना प्रभारी अशोक प्रसाद ने उसे गैरकानूनी तरीके से पांच दिनों तक हिरासत में रखा और सादे कागजातों पर दस्तख्वत करा लिया. ये कार्रवाई कशिश कुमारी के पिता सरोज कुमार की गलत शिकायत के आधार पर की गई जो उसकी दोस्त है.
कशिश कुमारी ने अपने पिता के ATM से रुपये निकाले, साथ ही अपने गहनों को बेच कर रुपये लिए, लेकिन आरोप उस पर लगाया गया. अमन चौधरी ने बताया कि इस मामले में उसने जमानत ले ली है. लेकिन थाना प्रभारी अशोक प्रसाद ने उसे नहीं बचने देने की धमकी दी थी जिसे उसने गंभीरता से नहीं लिया था. इसके बाद 16 अक्टूबर को होटल प्रशांत विला के कर्मचारियों से बकझक के मामले को आधार बनाते हुए जगरनाथपुर थाना प्रभारी अशोक प्रसाद उसे गिरफ्तार कर थाने ले गये जहां बेरहमी से पिटाई की गई. इस दौरान सरोज कुमार के भतीजे अमन कुमार को भी थाना बुलाया गया और पुलिस की मौजूदगी में उसने मारपीट की, साथ ही कई सादे कागजातों पर हस्ताक्षर कराये गये जिनमें दो में ये लिखाया गया कि मैं सरोज कुमार को 98 हजार रुपये एक साल के अंदर किस्तों में वापस करूंगा और तीन लाख रुपये आनंद रंजन को किस्तों में डेढ़ साल के अंदर वापस करुंगा. इसकी पुष्टि जगरनाथपुर थाने के CCTV फुटेज से की जा सकती है. अमन कुमार चौधरी ने डीजीपी से मामले की जांच करा कर जगरनाथपुर थाना प्रभारी अशोक प्रसाद, सरोज कुमार, कशिश कुमारी और अमन कुमार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.