पंचायत चुनाव में दादी से हारा पोता : हार कर भी प्रत्याशी के चेहरे पर दिखी खुशी,पोता को मिला सिर्फ 118 वोट
खबर है भोजपुर जिले से जहां पंचायत चुनाव में पोता अपनी ही दादी से चुनाव हार गया है। हालांकि दादी से मिली हार के बाद भी पोते की खुशी का ठिकाना नहीं है।
आरा सदर प्रखंड के खजुरिया पंचयात से मुखिया प्रत्याशी प्रेम कुमार अपनी चचेरी (दूर की) दादी हीरा झारों देवी से हार गया। प्रेम कुमार खजुरियां गांव निवासी उमेश कुमार का 22 वर्षीय पुत्र है। वह अपने गांव और पंचायत में सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में काम करता है। ऐसे में अपने पंचायत में विकास करने के लिए प्रेम इस बार मुखिया पद के लिए खड़ा हुए थे। लेकिन वो अपनी चचेरी (दूर के) दादी हीरा झारों देवी से हार गए। पंचायत चुनाव में हीरा झारों देवी को जहां 1024 वोट आए तो वहीं प्रेम कुमार को मात्र 118 वोट ही मिले। करारी हार के बाद भी प्रेम उदास नहीं बल्कि बहुत ही खुश था। मुखिया मतगणना कक्ष के बाहर ही उसने हार के बाद भी विक्ट्री साइन दिखाना शुरू कर दिया।
अपनी हार को लेकर बाद मुखिया प्रत्याशी प्रेम कुमार ने कहा कि आज मैं बहुत ही खुश हूं। मैंने पहली बार मुखिया पद के लिए चुनाव लड़ा था। हार गया हूं लेकिन उसके बावजूद भी मैं बहुत ही खुश हूं। मेरी चचेरी दादी की जीत मेरी जीत है।
साथ ही उन्होंने कहा कि हम लोगों ने अपने पंचायत में करीब-गुरबा के लिए इस डेढ़ सालों में मदद किया है उनके हक के लिए लड़ा है। मैं तो हार गया, लेकिन मेरी बगल की दादी जीत गयी है। प्रेम और उसकी चचेरी( दूर की) दादी हीरा झारों देवी दोनों ने मुखिया मतगणना कक्ष के बाहर गले मिलकर खुशी का इज़हार किया है।
वहीं छपरा जिला से खबर आ रही है जहां सविता देवी ने बनौता पंचायत से लगातार चौथी बार चुनाव में जीत दर्ज की है। सविता देवी मंटू सिंह पूर्व विधायक की पत्नी हैं। उन्होंने सबसे पहले 2006 -पंचायत समिति + प्रमुख,2011- पंचायत समिति +प्रमुख,2016 -पंचायत समिति +प्रमुख और अब फिर 2021-निर्विरोध पंचायत समिति प्रमुख के पद पर जीत हासिल किया है ।