Bihar : साइबर फ्रॉड का हॉट स्पॉट बना नवादा, पुलिस ने 10 ठगों को दबोचा, सैकड़ों लोगों को लगा चुके हैं चूना
NAWADA :साइबर क्राइम का हब बन चुका नवादा में पुलिस ने शिकंजा कसते हुए विभिन्न इलाकों में छापेमारी कर 10 शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। बता दें कि नवादा के जालसाजों के द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों के लोगों से धनी फायनांस, बजाज फायनांस, मोबाइल टावर और विभिन्न बैंक से सस्ते दर पर लोन आदि के नाम पर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे थे।
साइबर फ्रॉड का हॉट स्पॉट बना नवादा
साइबर थाना की पुलिस ने मुफस्सिल थाना क्षेत्र के केंदुआ, कादिरगंज थाना क्षेत्र के अतौआ गांव, काशीचक थाना क्षेत्र के नयाडीह गांव में छापेमारी कर साइबर अपराध में शामिल 10 साइबर ठग को धर-दबोचा है। बताया जाता है कि ये साइबर ठग पिछले कई वर्षों से साइबर ठगी के धंधे में लिप्त थे।
साइबर डीएसपी प्रिया ज्योति के मुताबिक गिरफ्तार साइबर ठग एक सप्ताह में 5 से 10 लाख रुपये कमाते हैं और उस ठगी किए गए रुपये को आपस में बांटते हैं। पुलिस इनके गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है। फिलहाल गिरफ्तार सभी साइबर ठग से पूछताछ की जा रही है और इनके पास से बरामद दस्तावेजों व मोबाइल की जांच की जा रही है।
पुलिस ने 10 ठगों को दबोचा
पुलिस के हत्थे चढ़े सभी साइबर ठग शहर के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के केंदुआ का गोपाल सिंह का पुत्र शुभम कुमार, कादिरगंज थाना क्षेत्र के अतौआ गांव के विनय सिंह का पुत्र गुड्डू कुमार, सुभाष कुमार का पुत्र शुभम राज, काशिचक थाना क्षेत्र के नयाडीह गांव के योगेन्द्र चौहान का पुत्र हरेराम कुमार, जागेश्वर चौहान का पुत्र राम सकल कुमार, सोनेलाल चौहान के पुत्र राम चरण चौहान, मुफस्सिल थाना क्षेत्र के गुरुमाह बेलदरिया गांव के जानकी चौहान का पुत्र भोला चौहान और नालंदा जिले के थरथरी थाना क्षेत्र के बसता गांव के तनिक चौहान का पुत्र सुरेश कुमार, वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के दौलतपुर गांव का अंकित कुमार और विकास कुमार शामिल है।
ठगी के इस धंधे में शामिल अपराधियों में सबसे अधिक संख्या बेरोजगार युवाओं की है, जो चंद दिनों में ही करोड़पति बनने का सपना पूरा करने के लिए साइबर अपराधियों के गिरोह में शामिल हो रहे हैं। जिले का पकरीबरावां पुलिस अनुमंडल साइबर अपराध का गढ़ माना जाता है। इस अनुमंडल में स्थित वारिसलीगंज थाना क्षेत्र साइबर का हॉट स्पॉट बना हुआ है। वारिसलीगंज के दर्जनों गांव साइबर अपराधियों का पनाहगाह बने हैं।