Bihar Politics : ‘2030 तक टीबी हारेगा और भारत जीतेगा’, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने यक्ष्मा उन्मूलन के लिए कल्याणकारी योजनाओं का किया शुभारंभ

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 Health Minister Mangal Pandey launches welfare schemes to eradicate tuberculosis  Health Minister Mangal Pandey launches welfare schemes to eradicate tuberculosis

PATNA :बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा कि 2030 तक टीबी हारेगा और भारत जीतेगा। 2030 तक दुनिया में यक्ष्मा उन्मूलन करना है। मगर भारत में जिस प्रकार से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के मार्गदर्शन में यक्ष्मा उन्मूलन के कार्यक्रम चल रहे हैं, उससे यह तय है कि निर्धारित लक्ष्य से पहले भारत टीबी मुक्त हो जाएगा।

‘2030 तक टीबी हारेगा और भारत जीतेगा’

राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान के सभागार से स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने मंगलवार को टीबी उन्मूलन में सहायक कल्याणकारी योजनाओं की शुरुआत की। इस अवसर पर पटना जिला के मरीजों के पोषण हेतु निक्षय पोषण योजना के तहत स्वास्थ्य मंत्री ने 10 हजार 104 टीबी मरीजों के लिए एक मुश्त 1 करोड़ 62 लाख रुपये डीबीटी के माध्यम से सीधा मरीज़ों के खाते में भेजा।

इस अवसर पर शुरू की गयी योजनाओं में टीबी जांच हेतु नव अधिष्ठापित 232 ट्रू नेट मशीन का लोकार्पण, सभी जिलों में डिफरेंशिएटेड टीबी केयर मॉडल का शुभारंभ एवं मार्गदर्शिका का विमोचन किया गया। साथ ही टीबी मुक्त पंचायत में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पदाधिकारी और कर्मचारियों समेत टीबी चौंपियन को प्रशस्ति-पत्र देकर स्वास्थ्य मंत्री ने सम्मानित किया।

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा कि टीबी उन्मूलन के लिए स्वास्थ्य विभाग 100 करोड़ रुपये देने वाली है। उन्होंने ये भी घोषणा की है कि पटना के NMCH के बगल में 28.34 करोड़ की लागत से बन रहे टीबीडीसी को एक वर्ष में तैयार कर लिया जाएगा। हमें उम्मीद है कि सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल के तहत वैश्विक लक्ष्य वर्ष 2030 से पहले राज्य टीबी उन्मूलन का लक्ष्य प्राप्त कर लेगा। हमें लक्ष्य तय कर लोकल स्तर पर टीबी उन्मूलन के लिए कार्य प्रणाली विकसित करनी होगी। तभी टीबी का उन्मूलन संभव है।

मंगल पाण्डेय ने कहा कि टीबी के महत्वाकांक्षी लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए टीबी मरीजों का सीबी नाट एवं ट्रू नेट मशीनों के द्वारा जांच किया जाना आवश्यक है ताकि टीबी मरीजों की यथाशीघ्र पहचान कर उपचार प्रारंभ की जा सके। वर्तमान में राज्य में लगभग 500 ट्रू नेट व्यवहार में हैं। प्रदेश में 207 ट्रू नेट तथा 84 सीबी नाट मशीनों से पहले से जांच हो रही थी। आज 232 ट्रू नेट मशीन और राज्य को समर्पित कर रहा हूं। इसके साथ ही 3 लाख ट्रू नेट चिप्स की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भारत सरकार के निर्धारित मानकों के आधार पर राज्य के 6 जिलों के 28 पंचायतों को टीबी मुक्त पंचायत के रूप में घोषित किया गया। इस मौके पर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक सुहर्ष भगत, बीएमएसआइसीएल के एमडी धर्मेंद्र कुमार, राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, यक्ष्मा डॉ बीके मिश्रा, मंत्री के आप्त सचिव अमिताभ सिंह समेत विभिन्न जिलों से आए यक्ष्मा पदाधिकारी एवं स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे। धन्यवाद ज्ञापन राज्य स्वास्थ्य समिति की डॉ स्नेहनिधी ने की।

(पटना से नीलकमल की रिपोर्ट)