देवघर की जमीन क्यों पसंद है कारोबारियों को : आखिर क्यों CBI से लेकर ED पीछे पड़ी है, जानिए विस्तार से

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देवघर : बाबानगरी के नाम से प्रसिद्ध देवघर देश का ऐसा शहर है जो तेज़ी से विकसित हो रहा है. यहां पवित्र द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा बैद्यनाथ सती के साथ विराजमान हैं. इसके अलावा यहां चिकित्सा के क्षेत्र में एम्स, हवाई मार्ग के लिए एयरपोर्ट,रेल मार्ग के लिए स्टेशन,सड़क मार्ग के लिए अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल सहित कई आश्रम है. आने वाले समय में सब सुख सुविधाओं से सम्पन्न होने वाला शहर कहलायेगा देवघर. यही कारण है कि यहाँ कारोबारियों द्वारा जमीन को खरीदने की लालसा रहती है.




इस वजह से होती गई जमीन महंगी

झारखंड गठन के बाद देवघर का विकास तेजी से हुआ है. कई बैंकों का यहाँ क्षेत्रीय कार्यालय खुल जाने से बैंक कर्मियों को मकान देने वालों की कमी नहीं दिखी. मकान मालिक मनमुताबिक बैंक कर्मियों से किराया लेने लगे. धीरे धीरे बैंकों की संख्या बढ़ती गयी. इतना ही नहीं यहाँ कई उद्योग,संस्थान भी फलने फूलने लगे. आदमी की चाहत को देखते हुए यहां अपार्टमेंट बनना शुरू हुआ. एक से एक अधिकारी द्वारा अपार्टमेंट लिया गया. संताल परगना टेंडेंसी एक्ट के तहत उसी जमीन की खरीद बिक्री हो सकती है जो रैयतों का हो. जो जमीन जिसको हाथ लगी उस पर मकान बनना शुरू हुआ और देखते ही देखते शहर में चारों तरफ मकान ही मकान बन गया. जमीन की किल्लत के कारण100रुपये स्क्वायर फ़ीट वाली जमीन20हज़ार तक बिकी. यही कारण है कि यहाँ भूमाफिया हावी हो गया.

जमीन का हुआ था बड़ा घोटाला

2000में बिहार से अलग होकर झारखंड राज्य बना था. अलग राज्य बनने के बाद लोगों की पहली पसंद देवघर बन गयी थी. शांत माहौल और बाबानगरी होने के कारण सभी लोग यहीं बसना चाहते थे. जमीन की मांग बढ़ने के कारण यहां जमीन के दलालों की भी संख्या बढ़ने लगी. देवघर में भूमाफियाओं और सरकारी बाबुओं की मिलीभगत से2000से लेकर2011के बीच सरकारी और निजी जमीन का फर्जी दस्तावेज तैयार कर824एकड़ जमीन को बेच दिया गया.2010-11में तत्कालीन डीसी मस्तराम मीणा ने इसका भंडाफोड़ कर कइयों पर मामला दर्ज करवाया था. सरकार ने1हज़ार से अधिक की इस जमीन घोटाले की जांच सीबीआई से कराने का फैसला लिया.2012में सीबीआई द्वारा इस घोटाले की जांच शुरू की गई. अपने जांच के क्रम में सीबीआई द्वारा इसके किंगपिंग सहित कइयों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. बाबजूद इसके देवघर में भूमाफियाओं का मनोबल गिरने के बजाए हमेशा हाई रहा है.

जमीन कारोबारी पर ईडी की दबिश

झारखंड में शराब घोटाले की जांच शुरू हो गई है. ईडी को शक है कि शराब माफियाओं द्वारा घोटाले के रुपये से देवघर में जमीन की खरीदारी की गई है. इसी के तहत बुधवार यानी23अगस्त को ईडी ने देवघर सहित झारखंड के अन्य जिलों में माफियाओं के यहाँ छापेमारी अभियान चलाया था. देवघर में जिन जिन ठिकानों पर ईडी ने कार्यवाई की है उसमें शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी और इनके सिंडीकेट के कॉंग्रेस नेता और जिला20सूत्री उपाध्यक्ष मुन्नम संजय,भाजपा के टिकट पर मधुपुर से चुनाव लड़ने वाले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री पंडित विनोदानंद झा के पौत्र अभिषेक झा,जमीन और शराब कारोबारी विवेक मिश्रा सहित अन्य के यहाँ सुबह से देर रात तक अभियान चलाया है. ईडी को शक है कि इन कारोबारी ने घोटाले का पैसा राय बंगला के41कट्ठा जमीन को खरीदने में लगाया है. राय बंगला के केयरटेकर से भी ईडी ने कल पूछताछ की है.

आपको बता दें कि राय बंगला जमीन की कीमत200करोड़ के आसपास है और इस जमीन की गलत ढंग से दस्तावेज बनवाकर कारोबारियों ने करोड़ों रुपये इसमें इन्वेस्ट कर दिया है.41कट्ठा की जमीन में से आधा जमीन देवघर,गोड्डा,बंगाल,जामताड़ा के लोगों ने खरीदा है. खैर जो भी हो सीबीआई के बाद ईडी की दबिश क्या रंग लाता है यह बाद में पता चलेगा लेकिन ईडी की कार्रवाई से देवघर का माहौल गर्म कर दिया है.

कई आश्रम और पर्यटन स्थल है

देवघर में बाबा मंदिर के अलावा कई आश्रम है जहां देश विदेश के लोग सालों भर आते रहते हैं. सबसे ज्यादा ठाकुर अनुकूल चंद जी का सत्संग आश्रम में सालों भर इनके अनुयायियों का आना जाना लगा रहता है. इसके अलावा योग गुरु सत्यानंद सरस्वती जी की तपोभूमि रिखिया पीठ है जहाँ इनके देशी विदेशी शिष्यों का लगातार आवागमन बना रहता है. इसके अलावा भी कई आश्रम है जो पर्यटकों को अपने आप लुभाता है. देवघर में राज्य का एकमात्र रोपवे है. त्रिकुट पर्वत पर संचालित इस रोपवे का आनंद लेने वालों की भी संख्या बहुत है. लेकिन पिछले वर्ष एक हादसा के बाद इसका संचालन अगले आदेश तक बंद है. देवघर एक पूर्ण विकसित शहर के रूप में देश के मानचित्र पर उभर रहा है. लाखों लोग साल भर में यहाँ आते हैं. यही कारण है कि यहाँ होटल व्यवसाय बहुत फल फूल रहा है. शहर में आज सैकड़ो होटल है जिनमें3स्टार की सुविधा वाले होटल भी शामिल है.

देवघर तेज़ी से विकसित हो रहा है. यही कारण है कि लोग यहां रहना पसंद करते हैं. सभी सुख सुविधाओं से पूर्ण देवघर में जमीन का धंधा उद्योग का रूप लिया है. जमीन कारोबारी भी बहुत फले फुले इसलिए भविष्य को देखते हुए यहाँ जमीन ऊंची कीमत पर खरीदने के लिए लोग दो नम्बर का पैसा जमीन में लगा रहे हैं. अच्छी बात है कि अब इन माफियाओं और कारोबारियों पर ईडी की नज़र है. बताया जा रहा है कि कल ईडी की कार्रवाई कुछ ही लोगों के यहां हुई है. लेकिन एक लंबी फेहरिस्त ईडी के पास है जिन्हें समन भेज कर बुलाया जाएगा.


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