'आम बजट ने बिहार को झोली भर कर दी सौगात' : डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी का बड़ा बयान, कहा : सुपर स्पीड में होगा विकास

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 Big statement of Deputy CM Samrat Chaudhary  Big statement of Deputy CM Samrat Chaudhary

PATNA : बिहार के उपमुख्यमंत्री सह वित्तमंत्री सम्राट चौधरी ने संसद में प्रस्तुत वर्ष 2025-26 के आम बजट का स्वागत करते हुए कहा कि इससे बिहार को झोली भर कर सौगात मिली है।

सम्राट चौधरी ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित मंत्री निर्मला सीतारमण के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह बजट बिहार की आशाएँ पूरी करने वाला और विकास को सुपर स्पीड देने वाला है

सम्राट चौधरी ने बिहार में मखाना बोर्ड की स्थापना और ग्रीनफील्ड हवाईअड्डों की सुविधा देने का विशेष रूप से उल्लेख करते हुए कहा पटना हवाई अड्डा का विस्तार और बिहटा में ब्राउनफील्ड हवाईअड्डे का विस्तार के अलावा, बिहार में ग्रीनफील्ड हवाईअड्डे की सुविधा प्रदान करना अत्यन्त प्रशंसनीय पहल है। बिहार की कई महत्वपूर्ण अपेक्षाओं को बजट में शामिल किया जाना सराहनीय है।

उन्होंने कहा कि यह बजट गरीब और माध्यम वर्ग के लिए उदार घोषणाओं से दिल जीतने वाला है। आयकर में कटौती की सीमा 12 लाख कर मध्यम वर्ग की मुराद पूरी की गई है।

बिहार के संदर्भ में आम बजट की विशेषताओं पर संवाददाताओं से बात करते हुए सम्राट चौधरी ने कहा कि 2025-26 के बजट में 1.5 लाख करोड़ के ब्याजमुक्त ऋणों के परिव्यय का प्रावधान किया गया है, जिससे बिहार को करीब 15,000 करोड़ रुपये का ब्याज रहित ऋण प्राप्त होगा।

उन्होंने कहा कि इस बजट से विद्युत क्षेत्र में सुधार के लिए राज्य को उसके राज सकल घरेलू उत्पाद के 0.5 प्रतिशत अतिरिक्त ऋण उगाही की सुविधा प्राप्त होगी । इससे लगभग 4000 से 5000 करोड़ रुपये अतिरिक्त संसाधन प्राप्त होंगे।

बजट की खास बातें -

. मिथिलांचल में पश्चिमी कोशी नहर परियोजना के लिए वित्तीय सहायताः पश्चिमी कोशी नहर ईआरएम परियोजना के लिए वित्तीय सहायता मिथिलांचल क्षेत्र में 50,000 हेक्टेयर से अधिक भूमि पर खेती करने वाले किसानों के लिए लाभदायक होगी। राज्य के किसान इस पहल के लिए भारत सरकार का आभारी है।

. खाद्य प्रसंस्करण का बढ़ावा : बिहार अपने जैव विविधता तथा युवा बल के लिए जाना जाता है। इसमें पूर्वोदय के तहत राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिक उद्यमिता और प्रबंधन (National Institute of Food Technology, Entrepreneurship, and Management -NIFTEM) की स्थापना से बिहार को मदद मिलेगा। इस संस्थान की स्थापना से किसानों के उत्पादों में मूल्य संवर्धन के माध्यम से उनकी आमदनी बढ़ेगी। साथ-ही युवाओं के कौशल प्रशिक्षण, उद्यमिता और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, इससे खाद्य प्रसंस्करण के उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा। मैं माननीय वित्त मंत्री का आभार व्यक्त करता हूँ कि उन्होंने पूर्वोदय योजना के तहत बिहार में इस राष्ट्रीय संस्थान की स्थापना करने का निर्णय लिया।

. पर्यटन क्षेत्र : पर्यटन आधारित रोजगार बढ़ाने के लिये 20,000 करोड़ के निवेश से बिहार सहित अन्य राज्यों को भी सहायता मिलेगी। बजट रूप से में विशेष रामायण सर्किट तथा बौद्ध सर्किट के माध्यम से राज्य में बुनियादी ढ़ाचे का निर्माण होगा, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

. उच्च शिक्षा को बढ़ावा : उच्च शिक्षा में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये आई.आई.टी पटना (छात्रावास और अन्य अवसंरचना संबंधित) का क्षमतावर्धन एक प्रशंसनीय पहल है।

. आंगनबाड़ी और पोषण में सुधार : बिहार की आधी आबादी महिला एवं बच्चों की है तथा यहां 13 आकांक्षी जिले हैं, इसलिए यहां सक्षम आगनबाड़ी और पोषण 2.0 योजना का विशेष महत्व है। अतः इस योजना के लागत मानदण्ड को बढ़ाकर माननीय वित्त मंत्री ने न ही सिर्फ सभी राज्यों को मदद की है, बल्कि बिहार के बजट - पूर्व परामर्श को भी महत्व दिया है।

* कृषि एवं सहवर्ती क्षेत्र में ऋण उपलब्धता : किसान क्रेडिट कार्ड के द्वारा बिहार के लाखों किसान बंधु, मछुआरों तथा डेयरी किसानों को ऋण की सुविधा तीन लाख से बढ़ा कर 5 लाख रुपये तक कर दी गई है जो किसानों तथा मछुआरा बन्धुओं के लिए अत्यन्त लाभदायक होगा।

. उद्योग का विस्तार : उद्यम क्षेत्र के विस्तार के लिए मध्यम, लघु एवं सुक्ष्म उद्योग (एम.एस.एम.ई) एवं स्टार्ट-अप के क्षेत्र में कई पहल से बिहार में निजी निवेश को प्रोत्साहन मिलेगा। सूक्ष्म उद्यम के बढ़ावा के लिए क्रेडिट कार्ड शुरू किया जाएगा, जिसकी क्रेडिट सीमा 5 लाख रुपये तक की होगी, जिससे बिहार के इस क्षेत्र के उद्यमी लाभान्वित होंगे।