उद्घाटन की आस में लोहंडिया का जलशोधन केंद्र : गोड्डा में ईसीएल प्रबंधन की मनमानी, करोड़ों खर्च के बाद भी पानी के लिये त्राहिमाम
गोड्डा : त्राहिमाम.. त्राहिमाम.. त्राहिमाम.. ईसीएल राजमहल कोल परियोजना क्षेत्र की जनता पेयजल के लिए त्राहिमाम कर रही है. ताजा मामला गोड्डा जिला स्थित ईसीएल राजमहल कोल परियोजना के लोहंडिया बस्ती की है. जहां लोग इस चिलचिलाती गर्मी में पानी के लिए त्राहिमाम कर रहे है. गोड्डा जिले का तापमान प्रतिदिन 42 डिग्री से 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है. ऐसे में यहां के लोगों को शुद्ध पेयजल नसीब नहीं हो रहा है। और प्लांट के अंदर पानी का टैंकर भरा जा रहा है. टैंकर के जरीये दूसरे जगह पानी पहुंचवाया जा रहा.
इस मामले पर क्षेत्र के वाटर इंचार्ज से फॉनिक बातचीत की गई तो उन्होंने कहा की नहीं वो वाटर प्लांट में टैंकर भरने के लिए नहीं है। यहां के लोगो के मुताबिक ईसीएल कोयला खदान यहां बेहद करीब होकर कोयला उतखन्न कर रही है। जिसके कारण इस इलाके का जलस्तर दिनों दिन घटता जा रहा है। बता दें कि ईसीएल ने करोड़ों रुपए खर्च कर लोहंडिया बस्ती में जल सोधन संयंत्र बनाया है. हालांकि कोई लाभ ग्रामीणों को नही मिल पा रहा है. पानी को फिल्टर कर ग्रामीणों तक पहुंचाने की योजना करोड़ो खर्च के बाद भी ढाक का तीन पात साबित हो रहा है. लोगो को अब खरीदकर या फिर कई किलोमीटर चलकर पानी जुगाड करना पड़ रहा है.
स्थानीय लोगों के मुताबिक सड़क किनारे लगे टंकी में कभी पानी आया ही नहीं. जबकि इस जल शोधन संयंत्र का शिलान्यास 2019 मे हुआ और 2022 मे ये लगभग पूर्ण भी हो चुका है. लेकिन अब तक यहां के लोगो को इसका लाभ नहीं मिल सका है. यहां के लोग पानी के लिए त्रहिमाम कर रहे है. एयर कंडीशन मे बैठ कर मिनिरल वाटर का मजा लेते अधिकारी यहां के रैयतों की दुर्दशा कहां समझ पाते है. प्रभावित क्षेत्र की जनता पानी के लिए कैसे त्राहिमाम कर रही है ये उनके समझ से परे है. जलशोधन केंद्र तो अपने उद्घाटन की बाट यहां जोह ही रहा है. ग्रामीण भी सूखे हलक अधिकारियों की मनमानी का दंश झेलने को मजबूर है. अगर इस जलशोधन केंद्र को चालू कर दिया जाय तो ईसीएल प्रभावित लोहंडिया बाजार पुनर्वासित लोहंडिया बस्ती बसडीहा भोड़ाई के बड़े आबादी को पीने का शुद्ध पानी मिल सकता है और जल संकट दूर हो सकती है.
गोड्डा से मिलन भगत की रिपोर्ट