'हर जरुरतमंद को रक्त प्रदान करने की कोशिश' : स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय का बयान, कहा : अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी जरुरतमंदों को आसानी से मिलेगा ब्लड

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 Statement of Health Minister Mangal Pandey  Statement of Health Minister Mangal Pandey

PATNA :बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा कि बिहार में रक्त की जरुरत होने पर अब परेशान होने की जरुरत नहीं है। राज्य में संचालित सभी सरकारी और गैर सरकारी 126 रक्त केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में रक्त उपलब्धता की कोशिश की जा रही है, जहां जरुरतमंदों को उनकी जरुरत के हिसाब से रक्त उपलब्ध कराया जा रहा है।

इसके अलावे रक्त की जरुरत पड़ने पर आम जन राज्य सरकार के हेल्प लाइन नंबर 104 पर भी संपर्क कर सकते हैं। संपर्क करने पर उन्हें तत्काल रक्त उपलब्ध कराया जाएगा। राज्य में रक्त केंद्रों में रक्त केन्द्रों एवं रक्त उपलब्धता के विषय में ई-रक्त कोष मोबाइल एप्प से भी जानकारी ली जा सकती है।

मंगल पाण्डेय ने कहा कि राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में ब्लड बैंकों की कमी के संकट को भी दूर करने का प्रयास किया गया है। इसके लिए इस वर्ष 21 सितंबर के बाद अब तक रक्त संग्रह इकाइयों की संख्या 6 से बढ़कर 64 की गयी है। इस बढोत्तरी का फायदा अधिकांश प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और अनुमंडल अस्पतालों में राज्य के लोगों को मिलना भी शुरू हो गया है।

वहीं, आनवाले दिनों में अन्य जगहों पर भी रक्त संग्रह इकाइयों के स्थापन की प्रक्रिया जारी है। इन इकाइयों से मरीजों को संकट के समय रक्त उपलब्ध कराए जा रहे हैं। साथ ही जरुरत के हिसाब से जिला अस्पतालों में भी इन इकाइयों से रक्त आपूर्ति की व्यवस्था की गई है।

मंगल पाण्डेय ने कहा कि राज्य के सभी रक्त केंद्रों पर थैलेसिमिया, हेमोफिलिया, सिकिलएनिमिया, ब्लड कैंसर और एचआईवी के मरीजों को उनके जरुरत के हिसाब से निः शुल्क रक्त भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसके अलावा राज्य के 48 स्थानों में ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन मशीन लगाए गए हैं, जहां से मरीजों को विभिन्न प्रकार के रक्त उत्पाद की आपूर्ति की जा रही है। महामारी या आपदा के समय इस रक्त केंद्रों की भूमिका अति महत्वपूर्ण हो जाती है। सूबे में रक्त संग्रहण, परीक्षण और भंडारण में आनेवाली चुनौतियों के दूर करने और इस प्रक्रिया को सुगम बनाने हेतु अत्याधुनिक उपकरण लगाए गए हैं, जहां तकनीकी रूप से पूर्ण प्रशिक्षित कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है।

मंगल पाण्डेय ने कहा कि रक्त की प्रचुर मात्रा और समय पर उपलब्धता के लिए राज्य के विभिन्न जिलों में समय-समय पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरुकता कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं। वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में लगाए जाने वाले ब्लड डोनेशन कैंप से रक्त संग्रहित कर उन्हें रक्त केंद्रों तक पहुंचाने के लिए 7 ब्लड ट्रांसफ्यूजन वैन भी कार्य कर रहे है। सुरक्षित रक्त दान की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए पटना के आइजीआइएमएस, गया स्थित एएनएमसीएच सहित 5 स्थानों पर मोबाइल ऐच्छिक रक्तदान बस भी कार्य कर रहे हैं।

राज्य के सभी सरकारी रक्त केंद्रों पर जरुरतमंदों को रक्त उपलब्ध कराने की प्रक्रिया को भी काफी सरल बनाया गया है ताकि जरुरतमंदों को आवश्यकता होने पर तत्काल रक्त उपलब्ध कराया जा सके।

(पटना से नीलकमल की रिपोर्ट)