झारखंड पुलिस की नई पहल : महिला सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे
रांची :राजधानी रांची, जो झारखंड का चेहरा है, हाल के दिनों में हो रही ईव टीजिंग की घटनाओं के कारण अपनी छवि को धूमिल होते हुए देख रहा है। इन घटनाओं के बाद राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ऐसे अपराधों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इन निर्देशों के बाद झारखंड पुलिस अब महिला सुरक्षा के दिशा में एक नई पहल करने जा रही है।अक्सर महिलाएं समाज में लोक लाज के डर से अपने साथ हुए अत्याचार की शिकायत पुलिस तक नहीं पहुंचातीं। खासकर यौन उत्पीड़न और छेड़खानी जैसी घटनाएं अक्सर पुलिस तक नहीं पहुंच पातीं। इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए, राज्य के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने एक नई व्यवस्था लागू करने की तैयारी की है, जिसके तहत पीड़ित महिलाओं की पहचान उजागर नहीं होगी और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
नई व्यवस्था से उम्मीदें
डीजीपी अनुराग गुप्ता ने इस नई व्यवस्था की रूपरेखा पर बात करते हुए कहा, "हम महिला सुरक्षा को लेकर एक प्रभावी कदम उठाने की योजना बना रहे हैं, ताकि महिलाओं को सुरक्षा का एहसास हो और उनके साथ होने वाली घटनाओं का त्वरित समाधान हो सके।"कुछ महीने पहले, झारखंड पुलिस ने इतिहास में पहली बार गृह सचिव के नेतृत्व में महिला थाने का निरीक्षण किया था। इस दौरान महिला थानों को सशक्त बनाने के लिए कई दिशा-निर्देश जारी किए गए थे। इसके परिणामस्वरूप, 100 प्रशिक्षित महिला पुलिसकर्मियों को महिला थानों में नियुक्त किया गया है।
महिलाओं के खिलाफ अपराधों का कड़ा मुकाबला
इसके अलावा, अब झारखंड पुलिस महिलाओं के खिलाफ सड़कों पर होने वाले अपराधों के लिए भी नए कदम उठाने जा रही है। डीजीपी ने बताया, "हम जल्द ही उन दरिंदों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की तैयारी में हैं जो महिलाओं को सड़कों पर परेशान करते हैं।"इसके साथ ही, महिला कॉलेजों, शिक्षण संस्थानों और कार्यस्थलों की सुरक्षा को लेकर एक ऑडिटिंग प्रक्रिया भी की गई थी, और अब इस सुरक्षा व्यवस्था का पुनः निरीक्षण किया जाएगा।झारखंड पुलिस की यह पहल महिला सुरक्षा को नई दिशा देने का काम करेगी और राज्य में महिलाओं को एक सुरक्षित माहौल मुहैया कराएगी।