सरस्वती पूजा को लेकर विद्यार्थियों में उत्साह : माँ की प्रतिमा खरीदकर ले जा रहे है पूजा अर्चना करने, मूर्तिकार भी गदगद
देवघर:-बसंत पंचमी को लेकर देवघर में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। खासकर मां सरस्वती की प्रतिमा गढ़ने वाले मूर्तिकार काफी उत्साहित है। लेकिन दूसरी ओर सही और वाजिब कीमत नहीं मिलने से थोड़े मायूस भी दिख रहे हैं।देवघर के अलग-अलग जगहों पर बड़ी संख्या में ऐसे परिवार है जो मूर्ति बनाने का काम करते हैं। जहां 200 से लेकर 5000 रुपये तक की मूर्तियां बनाई जाती है।खासकर महिला मूर्तिकार द्वारा बनाई गई मूर्तियों को विद्यार्थियों द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है।
समय के साथ युवा भी अपनी पुस्तैनी धंधा को आगे बढ़ा रहे हैं
पुस्तैनी मूर्तियों को बनाने वाले मूर्तिकार के धंधे को समय के साथ युवाओं ने थाम लिया है। अपनी पुस्तैनी धंधा को आगे बढ़ाने के लिए युवाओं ने अब मूर्ति कला सीख कर मूर्ति बनाने का काम करना शुरु कर दिया हैं। वर्षों से यह कार्य उनके पिताजी किया करते थे अब इनके पुत्र ने यह जिम्मेदारी संभाल ली है।
इनका पूरा परिवार मूर्ति बनाने का काम करता है। मूर्तिकार का मानना है कि मूर्ति बनाने में अब स्प्रे पेंट का भी इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि ग्राहकों को यह बहुत पसंद आता है। इनका मानना है कि मूर्ति में जितनी लागत लगती है और जितना मेहनत लगता है उसके मुताबिक आमदनी नहीं हो पाती। खासकर सरस्वती पूजा को लेकर मूर्तियों की डिमांड काफी रहती है लेकिन ग्राहक इन्हें इनके मेहनत के अनुसार भुगतान नहीं करते हैं। लेकिन वर्षों से चली आ रही यह परंपरा आज भी यह निभा रहे हैं। इस बार जितने भी मूर्तियां मूर्तिकार द्वारा बनाई गई है लगभग सभी बिक चुका है। स्कूल,संस्थान,घर और पूजा समितियों द्वारा आज मूर्ति की खरीदारी की गई। कल सभी जगह माँ की मूर्ति को स्थापित कर विधि विधान से पूजा अर्चना की जाएगी। पूजा को लेकर अभी से ही भक्तिमय माहौल बन गया है। पूजा को लेकर विद्यार्थियों में काफी उत्साह देखा जा रहा है।