धर्म परिवर्तन पर उठे सवाल ! : गढवा में सरना के 22 परिवार के ईसाई धर्म अपनाने पर मचा बवाल
गढ़वा-झारखंड में धर्म परिवर्तन का सिलसिला लगातार जारी है।इस कड़ी में राज्य के गढवा जिले के बढगढ के हेसातू गांव में कोरोमा समाज के 22 परिवार के प्रलोभन में आकर सरना धर्म से ईसाई धर्म अपनाने का मामला सामने आया है जिसके बाद इस मामले को लेकर राजनीतिक दलों के बीच बयानबाजी शुरू हो गई है।
मिली जानकारी के अनुसार गढवा के नक्सल प्रभावित बढ़गढ़ के हेसातु गांव के कोरोवा जाति के 22 परिवार ने सरना से ईसाई धर्म स्वीकर कर लिया है।सरना धर्म से जुड़े लोगो ने ईसाई मिशनरी पर प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाया है.स्थानीय सूर्यदेव कोरवा ने कहा कि ईसाई धर्म के प्रचारक पहले यहां के लोगों को सरना धर्म के बारे में बुरा भला समझाते हैं और चर्च आने पर सारी परेशानी दूर होने का आश्वासन देतें हैं.कई लोग इसी प्रलोभन में अपना धर्म बदल लेतें हैं।वहीं ईसाई धर्म अपनाने वालों ने भी स्वीकार किया कि पहले उन्हें कई तरह की परेशानियों से रूबरू होना पड़ता था पर ईसाई धर्म अपनाने के बाद मिशनरी के तरफ से कई तरह की सुविधा मुहैया कराई गई है जिसके बाद उनका जीवन पहले की अपेक्षा बेहतर हुआ है.
वहीं इस संबंध में मिशनरी पर लग रहे आरोप को लेकर फादर रेजी ने बताया कि हम लोगो ने कोई प्रलोभन नही दिया है लोग खुद ईसाई बन रहे है लेकिन चर्च को मिल रही फंडिंग के मामले में वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए.
लगातर हो रहे धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर स्थानीय बीजेपी विधायक आलोक चौरसिया ने कहा कि कई वर्षों से इस क्षेत्र में एक साजिश के तहत गरीब आदिवासी परिवारों को ईसाई धर्म मे परिवर्तन किया जा रहा है जो जांच का विषय है। वंही इस मामले पर जिले के अधिकारियों की चुप्पी उनकी लापरवाही को दर्शाती है और हेमन्त सरकार भी इस मामले पर किसी तरह की गंभीरता नहीं दिखाती है.