बिजली विभाग का कमाल : बगैर मीटर लगाए दिव्यांग को थमा दिया 10 हजार का बिल, पीड़ित परेशान..मोहल्ला हैरान
JAMUI : बिहार के जमुई में बिजली विभाग के एक कारनामे ने सभी को हैरान कर दिया है। बगैर मीटर लगे एक घर के मालिक को 10 हजार रुपये का बिल थमा दिया है। बिजली विभाग के इस कारनामे से पीड़ित दिव्यांग के साथ-साथ पूरा मोहल्ला हैरान है।
बिजली विभाग का कमाल
पीड़ित दिव्यांग की माने तो उसके घर पर बिजली का मीटर नहीं लगा है लेकिन फिर भी अचानक बिजली विभाग ने उसे 10 हजार रुपये का बिजली बिल थमा दिया है। उसकी माने तो वो गरीब है और मजदूरी कर परिवार का पेट पालता है। जैसे-तैसे दो वक्त की रोटी का जुगाड़ हो पाता है, ऐसे में 10 हजार का बिजली बिल भरना उसके लिए संभव ही नहीं है।
बिजली विभाग का लगा रहे हैं चक्कर
ये पूरा मामला जमुई के खैरा प्रखंड के चिहुटिया गांव का है, जहां के रहने वाले दिव्यांग विलास रजक ने बताया कि उनके पिता की मानसिक हालत ठीक नहीं है। वो खुद चलने-फिरने में असमर्थ है। बिजली बिल मिलने के बाद से वो लगाता बिजली विभाग का चक्कर लगा रहा है लेकिन अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंग रहा। अधिकारी सिर्फ एक ही जवाब देते हैं कि उसे बिजली बिल तो जमा करना ही पड़ेगा। बिजली बिल चुकाने के बाद कनेक्शन काट दिया जाएगा।
पीड़ित की माने तो कुछ साल पहले मेरे गांव चिहुटिया में बिजली विभाग से लोग गए थे, प्राइवेट से थे या सरकारी, ये बता नहीं सकते हैं। उनलोगों ने मुझसे मेरा (लाल राशनकार्ड) मांगा था और फिर राशनकार्ड देने पर एक मीटर भी दिया था। उन्होंने ये कहा था कि इसे रखो..सरकार की तरफ से मिल रहा है। बाद में वही लोग आकर मीटर ले गए और आज सालों बाद अचानक मेरे घर पहुंचकर 10 हजार रुपये से ऊपर का बिजली बिल थमा दिया, जबकि मेरे घर पर बिजली का मीटर लगा ही नहीं है।
मुश्किल से पाल रहे हैं अपने परिवार का पेट
दिव्यांग विलास रजक ने आगे बताया काफी मशक्कत और दौड़-धूप करने के बाद सरकारी योजना के तहत एक ट्राई साइकिल दिया गया, जिससे वे घूम-घूमकर वे कुछ काम कर लेते हैं। वे कभी झालमूंढी तो कभी सोन पापड़ी बेचकर गुजारा करते हैं और अपना और अपने मां-बाप का पेट पालते हैं।
पीड़ित का ये भी कहना है कि मां के नाम से पूर्व से बिजली कनेक्शन है, जिसका बिल हमलोग देते आ रहे है। ऐसे में मेरे नाम से अलग से 10 हजार रुपये से अधिक का बिल दे दिया गया है, आखिर कहां से जमा करें।