IAS अधिकारी के बिगड़े बोल : बासा ने खोला के के पाठक के विरोध में मोर्चा, कई जिले में रखा 3 मिनट का मौन
पटना : बिहार के एक वरिष्ठ आईएएस अपने बेबाक बयान को लेकर इन दिनों फिर मीडिया की सुर्खियों में छाये हैं। दरअसल मद्य निषेध विभाग के प्रधान सचिव और आईएएस केके पाठक ने बिहार को लेकर अमर्यादित भाषा का प्रयोग पिछले दिनों किया था। इतने पर भी वो नहीं रुके उन्होंने इससे आगे बढ़कर बिहार के अधिकारियो को लेकर भी अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया है। हालांकि उनका यह बयान अब तूल पकड़ने लगा है। शुक्रवार को पूरे बिहार के बासा के पदाधिकारियों ने उनका जोरदार विरोध किया है।
शुक्रवार को बासा भवन पटना में बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों ने तीन मिनट का मौन रखा। बासा के पदाधिकारी उनका विरोध कर रहे हैं और सरकार से उनके निलंबन की मांग पर अड़े हुए हैं। इसको लेकर पूर्वी चंपारण जिला के बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों ने केके पाठक के खिलाफ काला बिल्ला लगाकर विरोध जताया । और गांधी प्रतिमा के समक्ष सद्बुध्दि के लिए बाल उद्यान स्थित महात्मा गांधी के प्रतिमा के सामने तीन मिनट का मौन रखा।अधिकारियों ने प्रधान सचिव द्वारा बिहारी अधिकारियो और बिहारी लोगों के बारे में किए गए टिप्पणी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बिहार सरकार से केके पाठक के खिलाफ नियम सांगत सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
बिहार के नवादा में भी केके पाठक के खिलाफ कई अधिकारी समाहरणालय परिसर में इकट्ठा हुए। बिहार प्रशासनिक सेवा संघ के अफसर ने 3 मिनट का मौन व्रत करके केके पाठक को सद्बुद्धि देने की मांग भगवान से की। वहीँ गया में भी प्रशासनिक अधिकारियों पर दिये गए अभद्र टिप्पणी के विरोध में प्रशासनिक अधिकारियों ने काला बिल्ला लगाकर विरोध जताया. इस दौरान अधिकारी समाहरणालय परिसर में इकट्ठा हुए और के.के पाठक की मानसिक शुद्धि के लिए तीन मिनट का मौन भी रखा
बता दे केके पाठक का एक वीडियो में बासा अधिकारियों और बिहारियों के लिए आपतिजनक शब्दों का इस्तेमाल करते सुना जा सकता है। पाठक एक बैठक के दौरान भद्दी भद्दी गलियां दे रहे हैं।