स्वास्थ्य विभाग का दावा : टोल फ्री 102 पर कॉल करने पर 20 मिनट के अंदर शहरी क्षेत्रों में और 35 मिनट में ग्रामीण क्षेत्रों में एंबुलेंस सेवा
पटना। प्रदेश में आपातकालीन स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने को लेकर 102 एंबुलेंस सेवा को निरंतर सुदृढ़ किया जा रहा है। आपात स्थिति में रोगियों को समय रहते अस्पताल तक निःशुल्क सुविधा को सहज बनाने की दिशा में स्वास्थ्य विभाग नित-प्रतिदिन प्रयास कर रहा है। इसके लिए राज्य में मार्च 2021 से 1174 एंबुलेंस (102) आम लोगों को आपातकालीन सेवा प्रदान कर रही है।
इस बारे में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा की राज्य में मार्च 2021 से अप्रैल 2022 तक 102 एम्बुलेंस सेवा से कुल 15 लाख 46 हजार 415 लोगों ने लाभ उठाया है, जिसमें 12 लाख 78 हज़ार 446 गर्भवती महिलाएं इस सेवा से लाभान्वित हुई हैं। वहीं 20 हजार 999 वरिष्ठ नागरिकों एवं 29 हजार 638 बीमार नवजात शिशुओं को 102 एंबुलेंस सेवा का लाभ मिला है। इस दौरान दुर्घटनाग्रस्त 22 हजार 719 मरीजों ने इस सुविधा का लाभ उठाया है. जबकि 17 हजार 238 कोरोना मरीजों एवं तीन हजार 130 हृदय रोगियों को भी निःशुल्क एंबुलेंस का लाभ मिला है।
मंगल पांडेय ने कहा टोल फ्री 102 पर कॉल करने पर 20 मिनट के अंदर शहरी क्षेत्रों में और 35 मिनट में ग्रामीण क्षेत्रों में मरीजों के पास 102 एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराए जाने का सतत प्रयास किया जा रहा है। मार्च 2021 से पहले सिर्फ सात तरह के बीमारी जिसमें एईएस, वरिष्ठ नागरिकों, प्रसव पीड़ा के दौरान गर्भवति महिलाओं को, प्राइमरी हेल्थ होल्ड, कालाजार, एक्सीडेंटल फर्स्ट रेफरल और परिवार नियोजन के लिए ही निःशुल्क एम्बुलेंस की सेवा उपलब्ध थी, लेकिन यह महसूस किया गया कि इन रोगों के अलावा कई अन्य रोगों में भी आपातकाल परिस्थिति में अस्पताल तक पहुंचने के लिए एंबुलेंस की जरूरत होती है। इसे ध्यान में रखते हुए वर्तमान समय में सभी श्रेणी के गंभीर बीमारियों से पीड़ित रोगियों के लिए अस्पताल तक उपलब्ध है। विभाग का प्रयास है कि एम्बुलेंस सेवा की गुणवत्ता को सुदृढ़ कर आपातकाल परिस्थिति में मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाया जाए।