Bihar : बिहार का हर खेत होगा हराभरा, कृषि रोडमैप और इको-पर्यटन पर हुई उच्चस्तरीय समीक्षा
. 'हर खेत सिंचाई का पानी' योजना के 21 स्थलों पर कार्य शुरू
. पटना समेत तीन शहरों में वायु प्रदूषण रोकने को 'नगर वन योजना' लागू
. कृषि वानिकी में किसानों को अनुदान, कार्यक्रम में शामिल होंगे जनप्रतिनिधि
. 75 वार्डों में हरित अच्छादन और वर्टिकल गार्डन का निर्माण होगा
. इको-पर्यटन और वृक्षारोपण योजनाओं को जल्द लागू करने का निर्देश
. बिहार वानिकी विकास निगम को आत्मनिर्भर बनाने की तैयारी
. मंत्री प्रेम कुमार की अध्यक्षता में योजनाओं पर तेजी से काम का निर्देश।
PATNA : बिहार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन डॉ. प्रेम कुमार की अध्यक्षता में अरण्य भवन स्थित कार्यालय कक्ष में कृषि रोड मैप अन्तर्गत कृषि वानिकी योजना, विकास योजना, हर खेत सिंचाई का पानी योजना, इको पर्यटन, भू-जल संरक्षण, गारलैंड ट्रेंच तथा केन्द्र प्रायोजित योजनाओं इत्यादि से संबंधित योजनाओं पर समीक्षा की गयी।
आयोजित बैठक में प्रधान मुख्य वन संरक्षक (HoFF), बिहार, पटना / अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (कैम्पा)-सह-नोडल पदाधिकारी (वन संरक्षण), बिहार / मुख्य वन संरक्षक, प्रशासन एवं मानव संसाधन विकास, बिहार/निदेशक, पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण, पटना / वन संरक्षक, वन्यप्राणी अंचल, पटना एवं सचिवालय की ओर से विशेष सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, विहार / संयुक्त सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार एवं अन्य वरीय पदाधिकारी शामिल हुए।
मंत्री द्वारा कृषि वानिकी योजना अन्तर्गत किसानों को अनुदान दिए जाने के संबंध में समीक्षा की गयी। मंत्री द्वारा विभागीय पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि प्रोत्साहन राशि का वितरण कार्यक्रम आयोजित कर किया जाए, कार्यक्रम में क्षेत्रीय/जिला स्तर के जनप्रतिनिधियों/पर्यावरण/आर्द्रभूमि मित्र, इको विकास समितियों के सदस्य तथा सम्बन्धित अन्य गणमान्य व्यक्तियों को आमंत्रित किया जाय। इस सम्बन्ध में समाचार का प्रकाशन स्थानीय समाचार पत्रों में कराया जाए।
मंत्री द्वारा कृषि रोड मैप (2023-28) अन्तर्गत निर्धारित सभी 10 योजनाओं का ससमय क्रियान्वयन का निर्देश दिया गया। साथ ही केन्द्र प्रायोजित/केन्द्रीय योजनाओं की समीक्षोंपरान्त निर्देश दिया गया कि संबंधित विभाग से संपर्क स्थापित कर केन्द्रांश की राशि विमुक्ति हेतु अग्रेतर कार्रवाई की जाए।
'हर खेत सिंचाई का पानी योजनान्तर्गत विभाग हेतु निर्धारित 99 स्थलों में से 42 स्थलों का योजना तैयार किया जा चुका है, जिसमें से 21 स्थलों की योजनाओं की स्वीकृति प्राप्त है। उन सभी 21 स्थलों पर कार्य प्रारंभ किया जा चुका है। शेष 57 स्थलों हेतु अविलम्ब योजना समर्पित करने का निर्देश दिया गया।
इको पर्यटन एवं पार्क का विकास / बसंतकालीन वृक्षारोपण इत्यादि के सम्बन्ध में समीक्षोपरान्त यथाशीघ्र प्राथमिकतानुसार योजनाओं का प्राक्कलन तैयार करने का निर्देश दिया गया। वायु प्रदूषण के मामले में राज्य के तीन शहर यथा-पटना, गया एवं मुजफ्फरपुर Non Attainment Cities (गैर प्राप्ति शहर) है। उक्त तीनों शहरों में प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए पार्कों को नगर वन योजनान्तर्गत शामिल किये जाने का निर्देश दिया गया।
साथ ही पटना शहर के सभी 75 वार्डो को हरित अच्छादित करने तथा Vertical Garden तैयार करने का निर्देश दिया गया। बिहार वानिकी विकास निगम लि. पटनों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु रिक्त पदों को यथाशीघ्र भरने का निर्देश दिया गया। मंत्री द्वारा सभी वरीय पदाधिकारियों को उपरोक्त बिन्दुओं पर ससमय कार्य पूर्ण कराने का निदेश दिया गया।