DMK नेता उदयनिधि स्टालिन की बढ़ी मुश्किलें : आरा व्यवहार न्यायालय में परिवाद दायर
ARA :भोजपुर के आरा व्यवहार न्यायालय के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और तमिलनाडु सरकार में खेल विकास मंत्री उदय निधि स्टालिन के खिलाफ परिवाद दायर किया गया है।
इसको लेकर आरा सिविल कोर्ट के अधिवक्ता धरणीधर पाण्डेय ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के यहां सनातन धर्म के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणी को लेकर परिवाद दायर किया था, जिसमें भारतीय दंड संहिता के धारा 120 भी 153ए 153B, 295 एवं 298 भादवि के तहत दायर किया गया था, जिसमें उदय निधि स्टालिन ने चेन्नई में सनातन उन्मूलन परिसंवाद कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए सनातन धर्म के खिलाफ काफी अभद्र टिप्पणी की थी।
आरा के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में परिवाद दायर किया गया था, जिस पर आरा के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने संज्ञान ले लिया है। इसके बाद तमिलनाडु के खेल मंत्री उदय निधि स्टालिन की मुश्किलें बढ़ गई हैं। आपको बताते चलें कि शिकायतकर्ता के मुख्य गवाह अधिवक्ता आदित्य ने बताया कि इस देश में किसी धर्म और जाति को लेकर टिप्पणी करना कानून के खिलाफ है। इसी को लेकर उन्होंने सनातन धर्म के खिलाफ टिप्पणी की थी, जिसको लेकर कोर्ट में परिवार दायर किया गया था और कोर्ट ने अब उसे पर संज्ञान ले लिया है।
आने वाले दिनों में उनका स्वयं या अपने अधिवक्ता के माध्यम से उपस्थित होकर जमानत करना होगा। वहीं, कोर्ट में इस मामले में अगली सुनवाई 1 अप्रैल 2024 को होगी।
(आरा से विवेक कुमार की रिपोर्ट)