नरम पड़े मंत्रीजी : अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर विपक्ष ने आज भी किया हंगामा
PATNA:- श्रम संसाधन मंत्री जीवेश मिश्रा की गाड़ी रोके जाने का मामले का अब लगभग द एंड हो चुका है।इस मामले पर मंत्री जीवेश मिश्रा ने विधानसभा में अपनी बात रखते हुए कहा कि बीती रात पटना के डीएम और एएसएसपी उनसे आवास पर आकर मिले थे और पूरे मामले की जानकारी देते हुए डीएम ने क्षमा याचना की थी।इसलिए अब सदन जो भी निर्णय करेगा वह उन्हें मान्य है।वहीं विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने गाड़ी रोकने जाने के समय की स्थिति की जानकारी विस्तार से देते हुए कहा कि मंत्री को अपमानित करने के मकसद से गाड़ी नहीं रोकी गई थी।इसके बावजूद गृह विभाग पूरे मामले की जांच कर रहा है।
विस अध्यक्ष विजय सिन्हा और श्रम संसाधन मंत्री के बयान से पहले विपक्षी दलों के विधायकों ने विधानसभा में जमकर हंगामा किया और कई विधायकों ने पटना के डीएम और एसपी को हटाने की मांग की।विपक्षी विधायकों ने मंत्री के साथ हुए इस बर्ताव पर सत्ताधारी दल के विधायकों की चुप्पी पर नराजगी जताई जिसके बाद भाजपा के नंदकिशोर यादव और ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू भी आरोपी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की और इसके साथ ही विपक्षी दलों से इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करने की अपील की।
वहीं विधान परिषद में इस मामले को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने उठाया।राबड़ी देवी ने विधान परिषद भवन के बाहर जातीय गणना,मंत्री की गाड़ी रोके जाने और मुजफ्फरपुर में हुए आंख फोड़वा कांड को लेकर प्रदर्शन किया।राबड़ी देवी ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे इस्तीफा मांगा।