ACTION : बक्सर पुलिस पिटाई मामले में थानेदार को हटाया गया..कई पुलिसकर्मी लाइन हाजिर
बक्सर -बक्सर में चौसा में धरना रहे रहे किसानों के परिवार के साथ पुलिस की पिटाई और फिर ग्रामीणों के आक्रोश मामले में कार्रवाई हुई है..इस मामले में शाहाबाद डीआईजी ने तत्काल प्रभाव से मुफस्सिल थानेदार अमित कुमार को हटा दिया गया है और डीआईजी के आदेश पर निर्मल कुमार ने आधी रात को ही थानेदार का चार्ज ले लिया है.इसके साथ ही डीआईजी ने बक्सर एसपी मनीष कुमार को बनारपुर गाँव मे ग्रामीणों की पिटाई करने वाले महिला और पुरुष जवानों समेत कई पुलिस अधिकारी को चिन्हित कर तत्काल लाइन क्लोज का निर्देश दिया है.
मामले कं गंभीर होने और विपक्षी बीजेपी के सरकार पर हमलावर होने के बाद शाहाबाद रेंज के डीआईजी नवीन चंद्र झा ने स्वयं मौके का मुआयना किया था.मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अब तक जो बातें सामने निकल कर आई है उनके मुताबिक सुबह से ही चौसा में पावर प्लांट के द्वारा अधिग्रहित की गई भूमि के प्रभावित किसान पावर प्लांट के गेट प्रदर्शन कर रहे थे. बाद में जिन किसानों ने विधि-व्यवस्था में व्यवधान पहुंचाया था उनके विरुद्ध छापेमारी करने के लिए रात में जब छापेमारी टीम बनारपुर गांव में पहुंचे तो वहां पुलिस टीम पर पथराव किया गया, जिसके बाद पुलिस के द्वारा घर में घुसकर कुछ किसानों तथा उनके परिजनों से मारपीट की गई. बाद में स्थिति और बिगड़ गई तथा बुधवार की सुबह किसानों के द्वारा पावर प्लांट मैं पहुंचकर उपद्रव किया गया, जिसमें तकरीबन 16 वाहनों को फूंक दिया गया है. उसके अतिरिक्त पावर प्लांट की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया गया है.
डीआईजी ने कहा कि इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए उपद्रवियों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. साथ ही तकरीबन 8 माह पूर्व ही दूसरे जिले में स्थानांतरित हो चुके मुफस्सिल थानाध्यक्ष अमित कुमार को तत्काल प्रभाव से विरमित कर दिया गया है. इतना ही नहीं पुलिसकर्मियों की जिस टीम ने किसानों के घर में घुसकर मारपीट की है, उस पूरी टीम को लाइन हाजिर कर दिया गया है.
वहीं वायरल वीडियो के सवाल के जवाब में डीआईजी ने कहा कि कि उनके संज्ञान में आया था, जिसके बाद आगे की वस्तुस्थिति की जानकारी उनको बक्सर एसपी मनीष कुमार के द्वारा दी जा रही थी. चूंकि मामला राष्ट्रीय स्तर का था ऐसे में वह स्वयं मामले की जांच करने के लिए मौके पर पहुंचे. यहां पहुंचने के बाद यह ज्ञात हुआ कि जिन उपद्रवियों के द्वारा तोड़फोड़ और आगजनी की गई है. उन्हें चिन्हित कर लिया गया है. ऐसे में उनके विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई जा रही है. उधर, थानेदार और पुलिस टीम ने यह बताया है कि वह जब बनारपुर में छापेमारी करने गए थे तो उन पर पथराव भी किया गया है. हालांकि, जिस प्रकार से पुलिसकर्मियों ने घर में घुसकर मारपीट की है वह बहुत ही निंदनीय है. दोषी पुलिस कर्मियों पर बेहद सख्त कार्रवाई भी की जाएगी. सभी से नियमानुसार स्पष्टीकरण की मांग करते हुए उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई होगी.
बताते चलें कि इस मामले डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और सीएम नीतीश कुमार ने भी गड़बड़ी करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की बात कही थी.इसलिए थानेदार को तत्काल प्रभाव से हटाते हुए कई पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है.