धनबाद में धरना पर बैठे ग्रामीणों पर हमला : अवैध कोयला तस्करों के गुर्गों ने की बमबाजी और फायरिंग, ग्रामीणों में दहशत
धनबाद : खबर है धनबाद की जहां महुदा के भाटडीह क्षेत्र के पालजोरिया में अवैध उत्खनन पर रोक लगाने की मांग को लेकर ग्रामीण धरना दे रहे थे. इसी दौरान बीती रात बमबाजी और फायरिंग की घटना हुई. सूचना के बाद पुलिस पहुंची और घटना स्थल से तीन जिंदा बम और 7 खोखा बरामद किया है.
बताया जा रहा है कि स्थानीय ग्रामीण पिछले दो दिनों से पालजोरिया में सड़क के किनारे धरना दे रहे हैं. धरना स्थल से कुछ दूरी पर ही बमबाजी और फायरिंग की घटना सड़क पर की गई है. ग्रामीण धरना के माध्यम से क्षेत्र में चल रहे कोयले का अवैध उत्खनन पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं. ग्रामीणों में दहशत फैलाने को लेकर बमबाजी और फायरिंग की घटना को अंजाम दिया गया है. पुलिस ने मौके से तीन जिंदा बम और सात खोखा बरामद किया है. घटना के बाद आंदोलनकारियों में पुलिस और कोयला तस्करों के प्रति आक्रोश है.
आंदोलन कर रहे स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि हम इस इलाके के रैयत हैं. हमारी अपनी जमीन यहां पर है. उस जमीन पर तस्करों के द्वारा धड़ल्ले से अवैध उत्खनन किया जा रहा है. पुलिस में शिकायत करने के बावजूद भी यह धंधा रुक नहीं रहा है. सरकार के द्वारा हमारी जमीन अधिग्रहण कर सड़क बनाई गई थी. लेकिन उसे सड़क का इस्तेमाल अवैध कोयले की ढुलाई के लिए की जा रही है. अवैध कोयला लोड बड़े वाहन सड़क से गुजरते हैं. सड़क पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है.
अवैध उत्खनन पर रोक लगाने के लिए पुलिस से कई बार मांग की गई. लेकिन पुलिस कोई भी बात नहीं सुनती है. आजिज होकर ग्रामीणों के द्वारा पिछले दो दिनों से धरना देकर आंदोलन किया जा रहा है. लेकिन इस आंदोलन को कोयला तस्करों के द्वारा बमबाजी और गोलीबारी कर दबाने करने की कोशिश की जा रही है. ग्रामीणों का कहना है कि कोयला तस्करों का हिम्मत सातवें आसमान पर है. ग्रामीणों के आंदोलन को कोयला तस्कर गोली और बम के माध्यम से कुचलना का काम कर रहे हैं.
वहीं भाटडीह ओपी प्रभारी सौरभ चौबे ने ग्रामीणों के द्वारा लगाए गए आरोप को निराधार बताया है. उन्होंने कहा कि रात में बमबाजी और फायरिंग की घटना घटी है. जिसमें तीन जिंदा बम और सात खोखा बरामद किया गया है. बमबाजी और गोलीबारी किस लिए की गई. इसकी जांच पड़ताल चल रही है.