Golden memories : 39 साल पहले आज ही दिन खेली थी कपिल देव ने 175 रनों की ऐतिहासिक पारी...ICC ने किया याद
पटना। 1983 का क्रिकेट विश्व कप सिर्फ इस मायने में ऐतिहासिक नहीं है कि भारत ने पहली बार विश्व विजेता बना था। बल्कि यह विश्व कप इसलिए भी याद किया जाता है कि 39 वर्ष पहले 18 जून यानि आज ही के दिन इस विश्व कप में कपिल देव जिम्बाब्वे के खिलाफ एक दिवसीय क्रिकेट में 175 रनों की रिकॉर्ड पारी खेली थी। यह एक दिवसीय इतिहास की सबसे बडी पारी थी। क्रिकेट प्रेमियों को इस बात आज भी मलाल है कि इस ऐतिहासिक पारी की रिकॉर्डिंग नहीं है। ICC ने कपिल देव की इस पारी को याद किया है।
विश्व कप में भारत के लिए वह मैच करो या मरो की हालत में था। मुकाबले में बने रहने के लिए भारत को हर हाल में यह मैच जीतना था। भारत ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग की। लेकिन भारत की सुनील गावस्कर और श्रीकांत की ओपनिंग जोडी सस्ते में आउट हो गयी। उसके बाद मिडिल ऑर्डर के बैट्समैन मोहिन्दर अमरनाथ, संदीप पाटिल और यशपाल शर्मा भी सस्ते में आउट होकर पवेलियन लौट गए। स्कोर बोर्ड पर उस समय भारत का स्कोर 17 रन पर पांच विकेट था।
जिस समय टीम की हालत बेहद खराब थी। कप्तान कपिल देव पवेलियन में शॉवर ले रहे थे। आनन फानन में वे मैदान में उतरे और विकेटों के पतझड के बीच उन्होंने रोजर बिन्नी, रवि शास्त्री और मदन लाल के साथ स्कोर को 8 विकेट पर 140 रन पर पहुंचाया। उसके बाद विकेटकीपर सैयद किरमानी के साथ उन्होंने 126 रनों की लंबी साझेदारी की। इसमें किरमानी का योगदान सिर्फ 24 रनों का था। पारी खत्म होने तक टीम का स्कोर 8 विकेट पर 266 रन के सम्मानजनक स्थिति में था।
कपिल देव ने अपनी धुआंधार पारी में 138 गेंदों में नाबाद 175 रन बनाए जिसमें 16 चौके और 6 छक्के थे। भारत ने यह मैच 31रनों से जीता और फिर विश्व कप जीतकर इतिहास रचा। इस मैच का सबसे बुरा और दुखद पहलू यह था कि इस मैच की वीडियो रिकॉर्डिंग नहीं हो पायी, क्योंकि प3सारण का अधिकार बीबीसी के पास था, और उसके वहां उस दिन हडताल थी।