CM नीतीश की खरी-खरी : जहरीली शराब से मौत पर मुआवजा क्यों ?
बेगूसराय : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाज सुधार यात्रा के क्रम में आज बेगूसराय पहुंचे। यहां उन्होंने जीविका दीदियों के साथ शराबबंदी, बाल विवाह और दहेज उन्मूलन जैसे विषयों पर संवाद किया। इसी बीच समाज सुधार यात्रा पर सवाल उठाने वालों को CM ने आड़े हाथों लिया।
CM नीतीश ने बेगूसराय में समाज सुधार अभियान के तहत सभा को संबोधित किया। दहेज प्रथा एवं बाल-विवाह जैसी कुरीतियों के खात्मे को लेकर सभा में मौजूद लोगों को संकल्प दिलाया। इस दौरान CM ने कहा कि कोरोना से अधिक खतरनाक दारू है। दारू पीने से हर साल जितनी मौत होती है उतनी तो कोरोना से भी नहीं हुई है।
उन्होंने आगे कहा कि कोई दारू पीयेगा तो मरेगा ही। सूबे में शराबबंदी कानून सर्वसम्मति से पास हुआ। कुछ लोग अपने को काबिल समझता है। इस पर जो कोई भी सवाल खड़े कर रहे हैं उन्हें पता नहीं है क्या कि यह कानून सदन में सर्वसम्मति से पास हुआ था। हम कहना चाहते हैं कि जो दारू पीयेगा वो अपना नुकसान करेगा और देश का भी नुकसान करेगा।
वहीँ कार्यक्रम के दौरान जीविका दीदियों ने बिहार में समाज सुधार के लिए हो रहे प्रयासों से उनके जीवन में हुए बदलाव के अनुभव को CM के साथ साझा किया। बेगूसराय के छौड़ाही की शोभा दीदी ने बताया कि पति की मौत के बाद किस तरह जीविका से जुड़कर उन्होंने खुद को स्वावलंबी बनाया।
कुछ इसी तरह के अनुभव अलौली खगड़िया की निभा दीदी ने साझा किए। उन्होंने बताया कि पति शराब पीकर मारपीट करता था। पति ने बाद में दूसरी शादी कर ली और उन्हें उपेक्षित छोड़ दिया। जीविका से जुड़कर उन्होंने खुद को अपने पैरों पर खड़ा किया।