जातीय जनणगना को लेकर सर्वदलीय बैठक जल्द : बिहार के विपक्षी दलों के नेताओं के साथ मुलाकात करने पहुंचे तेजस्वी को सीएम नीतीश ने दिया आश्वासन
PATNA:- बिहार मे जातीय जनगणना को लेकर बिहार में राजनीतिक सरगर्मी एक बार फिर से तेज हो गई है।नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृ्त्व में आरजेडी,कांग्रेस,सीपीआई,सीपीआईएम,सीपीआईएमएल और एआईएमआईएम के नेताओं ने सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात की और जातीय गणना को लेकर एक ज्ञापन सौंपा।
मुलाकात के बाद विपक्षी दलों के सदस्य बिहार विधानसभा परिसर में मीडिया को संबोधित करते हुए पूरी जानकारी दी।मुलाकात में बिहार के सभी राजनीतिक दलों की संर्वदलीय बैठक तीन-चार में बुलने का निर्णय हुआ है।
मुलाकात में हुए फैसलो की जानकारी देते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि जातीय जनगणना को लेकर दो बार बिहार विधानसभा से र्वसम्मति से प्रस्ताव पास किया जा चुका है।इसलिए बिहार मे जातीय गणना नहीं कराने का सवाल ही पैदा नहीं होता है।तीन -चार दिन में होनेवाली सर्वदलीय बैठक में टाइमिंग को लेकर चर्चा होगी।सभी दलों के नेता अपना-अपना सुझाव देगें। वे लोग चाहतें हैं कि यह काम का जल्द से जल्द शुरू हो जाए।अगर शीतकालीन सत्र में घोषणा हो जाती तो अच्छा रहता पर यह तो तय हो गया है कि बिहार में जातीय गणना होगी और यह कैसे होगी और कब होगी..यह सर्वदलीय बैठक में तय होगा।
इसके साथ ही तेजस्वी यादव ने कहा कि आरजेडी सुप्रीमों लालूजी शुरू से ही जातीय जनगणना के मुद्दे को उठाते रहें हैं।लालू के मुद्दे को उनके सहयोगी दलों ने अपना समर्थन दिया है।इसके लिए वे सभी दलों का आभार जता रहें हैं।जातीय गणना की रिपोर्ट से समाज के सभी तबकों को फाईदा मिलेगा ।अभी हाल ही में नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार को गरीब राज्य़ के रूपर मे चिन्हित किया गया है।जातीय गणना के बाद ये पता चल सकेगा कि किस जाति की कितनी संख्या है और उसकी क्या स्थिति है।इसी डाटा के आधार पर सरकार योजना बनाएगी और और इससे राज्य के वंचित और गरीब तबको का विकास हो सकेगा।।जातीय गणना से भेदभाव नहीं बेढेगा बल्कि गरीबी मिटाने में सहयोग करेगा।हर जाति और धर्म में गरीबी है और गरीबी की सही जानकारी जातीय गणना के बाद मिल जाएगी।
तेजस्वी ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने जातीय जनगणना कराने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता कई बार जताई है।उन्हौने विधानसभा उपचुनाव के बाद सर्वदलीय बैठक बुलाने की बात कही थी।चुनाव हुए अब एक महीना होने वाला है।इसलिए हमने फिर से पहल की है और सभी विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों के साथ सीएम से मुलाकात की है।सीएम ने भी तीन-चार दिन मे सर्वदलीय बैठक बुलाने का आश्वासन दिया है।उन्हें उम्मीद है कि जातीय गणना को लेकर बिहार सरकार अपने दम पर आगे बढेगी।