बाबानगरी में भी झारखंड स्थापना दिवस की धूम : मंत्री हफीजुल हसन ने करोड़ों रुपये की परिसंपत्तियों का किया वितरण
देवघर : धरती आबा बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर देवघर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. झारखंड आज 23 वर्ष का हो गया है. आज भगवान बिरसा मुंडा की जयंती भी है. 15 नवंबर 2000 को झारखंड का गठन होने के बाद प्रत्येक वर्ष धूमधाम से राज्य स्थापना मनाया जाता है. राज्य स्तर का कार्यक्रम रांची में आयोजित होता है जहां मुख्यमंत्री द्वारा कई योजनाओं का सौगात दिया जाता है. वहीं इसी कड़ी में बाबा नगरी देवघर में भी झारखंड स्थापना दिवस समारोह धूमधाम से मनाया गया. स्थानीय शिल्पग्राम ऑडिटोरियम में झारखंड के मंत्री हफीजुल हसन ने विधिवत समारोह का उद्घाटन किया. इससे पहले आदिवासी संस्कृति वाली नृत्य की प्रस्तुति की गई.
करोड़ों रुपए की परिसंपत्ति का किया गया वितरण,कई को मिला विभिन्न योजनाओं का लाभ
झारखंड स्थापना दिवस के अवसर पर देवघर में आयोजित समारोह में मंत्री हफीजुल हसन ने जिले में संचालित कई योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी. इसके अलावा लाभुकों के बीच करोड़ों रूपये की परिसंपत्ति का वितरण किया गया. इतना ही नहीं कई नई योजनाओं का लाभ जरूरतमंद को दिया गया. इस मौके पर मंत्री हफीजुल हसन ने कहा कि वर्तमान हेमंत सरकार में दिन प्रतिदिन नई-नई योजनाओं को धरातल पर लाया जा रहा है जिसका लाभ झारखंड वासी को मिल रहा है. इससे उनके जीवन स्तर में भी व्यापक सुधार इस सरकार में देखने को मिल रहा है.
अधिकारी कार्यशैली सुधारे नहीं तो होगी कार्यवाही-मंत्री
राज्य स्थापना दिवस के मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर हफीजुल हसन ने उन सभी अधिकारियों को चेतावनी दी है जो गरीब जनता के काम में कोताही बरतते हैं. खासकर बनपट्टा के लिए वन विभाग के अधिकारी को,100 यूनिट मुफ्त बिजली मुहैया कराने वाली योजना की व्यापक प्रचार प्रसार नहीं करने के लिए विद्युत विभाग के अधिकारी को और केसीसी लोन में आनाकानी करने वाले बैंकरों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि अधिकारी अपने कार्यशाली में सुधार करें और गरीब जनता के हित में काम करें. जो जरूरतमंद हैं उन्हें त्वरित योजनाओं का लाभ मुहैया कराए. ऐसा नहीं करने पर सरकार सख्त से सख्त कार्रवाई करने पर विवश हो जाएगी.
संथाल परगना में सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं इससे संबंधित कलाकारों की कमी- मंत्री
स्थापना दिवस के मौके पर पहुंचे मंत्री हफीजुल हसन ने गहरा चिंता जाहिर किया है. यह चिंता उनके खुद के विभाग कला एवं संस्कृति से है. उन्होंने कहा कि संथाल परगना में कला एवं संस्कृति के विकास के लिए कोई भी सामने नहीं आ रहा है. उन्होंने कहा कि फंड की कमी नहीं है, जरूरत है ऐसे कलाकार को सामने आने का. मुख्य समारोह के आयोजन में मंत्री के अलावा पूर्व मंत्री सुरेश पासवान ,गठबंधन के जिला अध्यक्ष तमाम पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में जिला वासी मौजूद थे. मंत्री ने झारखंड सरकार के विभिन्न योजनाओं की लगी स्टॉलों का निरीक्षण और शिलान्यास भी किया.