BIG BREAKING : पूर्व बाहुबली विधायक सुनील पाण्डेय बीजेपी में शामिल, बेटे के साथ भाजपा का थामा दामन, जानिए क्या है सियासी प्लान?
PATNA :पूर्व केन्द्रीय मंत्री राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस को बड़ा झटका लगा है। जी हां, चार बार के विधायक रहे सुनील पाण्डेय ने आज भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। वे रविवार को अपने बेटे विशाल प्रशांत के साथ बीजेपी में शामिल हो गये।
पूर्व बाहुबली विधायक सुनील पाण्डेय बीजेपी में शामिल
कहा जा रहा है कि सुनील पाण्डेय के पुत्र विशाल प्रशांत को तरारी विधानसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी अपना प्रत्याशी बना सकती है। रविवार को बिहार बीजेपी प्रदेश दफ्तर में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने सुनील पाण्डेय और उनके बेटे को पार्टी की सदस्यता दिलायी।
बीजेपी का दामन थामते ही सुनील पाण्डेय ने हुंकार भरी और जय श्रीराम के नारे लगाए। उन्होंने कहा कि वह लगातार एनडीए के ही कार्यकर्ता रहे हैं लेकिन आज अपनी पार्टी बीजेपी में शामिल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि अगले चुनाव में उनका मकसद बीजेपी को जीत दिलाना और सरकार बनाना होगा।
कई मर्तबा जीत चुके हैं विधानसभा चुनाव
विदित है कि सुनील पाण्डेय साल 2000 में समता पार्टी प्रत्याशी के रूप में 43 हजार 160 मत पाकर पीरो विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधायक बने थे। फरवरी 2005 में पीरो विधानसभा क्षेत्र से 54 हजार 767 मत पाकर सुनील पाण्डेय दूसरी बार विधायक बने थे।
वर्ष 2005 के अक्टूबर माह में हुए उपचुनाव में पीरो विधानसभा क्षेत्र से 46 हजार 338 मत पाकर सुनील पाण्डेय तीसरी बार विधायक बने थे। 2010 के विधानसभा चुनाव में जेडीयू प्रत्याशी के रूप में तरारी विधानसभा क्षेत्र से 46 हजार 338 मत पाकर चौथी बार विधायक बने थे। 2015 विधानसभा चुनाव में एलजेपी प्रत्याशी के रूप में सुनील पांडेय की पत्नी गीता पांडेय चुनाव मैदान में उतरीं और 43 हजार 778 मत पाकर महज 272 मतों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था।
भगवान महावीर पर कर चुके हैं पीएचडी
भगवान महावीर पर पीएचडी कर चुके सुनील पाण्डेय का नाम बिहार के बाहुबली नेताओं में आता है। उन्होंने 34 साल की उम्र में पहली बार 2000 में फरार रहते ही पीरो से विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर ली थी। वे रोहतास के रहने वाले हैं लेकिन उन्होंने सियासत की शुरुआत भोजपुर के पीरो विधानसभा क्षेत्र से की।