चौसा कांड को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा नाराज : बताया घिनौनीपूर्ण कार्रवाई, कहा : नीतीश सरकार अबतक मौन क्यों?

Edited By:  |
United Kisan Morcha angry over Chausa incident United Kisan Morcha angry over Chausa incident

PATNA :संयुक्त किसान मोर्चा बिहार द्वारा केदार भवन में आयोजित प्रेस सम्मेलन को बिहार राज्य किसान सभा के महासचिव अशोक प्रसाद सिंह, भारतीय किसान यूनियन टिकैत के बिहार-झारखंड प्रभारी दिनेश सिंह, किसान मजदूर संघर्ष समिति के मणिलाल, स्वामी सहजानन्द सरस्वती राष्ट्रीय विचार मंच के रविंद्र नाथ राय ने संबोधित किया।

किसान नेता अशोक प्रसाद सिंह ने कहा कि बक्सर के अंदर चौसा के बनारपुर, कोच्चाढ़ी और मोहनपुरवां में 400 पुलिस जवानों को लेकर गत 20 मार्च 2024 को जिला प्रशासन द्वारा किया गया हिंसक, अमानवीय और दर्दनाक कांड प्रशासन की घिनौनीपूर्ण कार्रवाई है। फिर भी मोदी-नीतीश सरकार अब तक मौन क्यों? बिहार के किसानो को जवाब दो।

जमीन अधिग्रहण में जिला प्रशासन और सत्ता के दलालों की मिली भगत से हुए घोटाले को छिपाने के लिए एक सुविचारित और सुनियोजित साजिश के तहत गांव पर हमला किया गया ताकि लोग डर कर घोटाले की चर्चा ना करें। फिर भी डबल इंजन की सरकार मौन क्यों ?

डबल इंजन की सरकार जवाब दे?

90 साल की बूढी महिलाओं से लेकर गोदी के बच्चों को भी नहीं बक्शा गया। बेरहमी से लाठी एवं बूट से रौंदा गया। घर के सभी आवश्यक सामानों को तहस-नहस कर तोड़-फोड़ की गई। बेशकीमती सामानों की लूटपाट और महिलाओं के साथ बदसलूकी हुई। उनके जेवरात लुटे गए। पूरे गांव में दहशत का माहौल बनाया गया है। लोग घर छोड़कर भागे हुए हैं। वह अपना बहुमूल्य मतदान भी नहीं कर सकेंगे। बिहार के मतदाता को मोदी नीतीश सरकार जवाब दे।

चौसा के किसानों को न्याय मिले। बेकसूर गिरफ्तार को बिना शर्त रिहा करें। घटना में शामिल तमाम पुलिस, प्रशासन के अधिकारियों तथा भाड़े पर लाए गये कम्पनियो के गुण्डों पर मुकदमा दर्ज कर उन्हें अविलंब गिरफ्तार करो।

कई दर्जन बेकसूर औरत और पुरुष आज भी जेल में सड़ रहे हैं। क्यों? मोदी नीतीश सरकार जवाब दो। होली जैसे हर्षोल्लास के पर्व में पूरे इलाके में श्मशान जैसी मातमी सन्नाटा छाया रहा, फिर भी आप मौन क्यों? हमें जवाब दो। किसान नेता दिनेश सिंह ने कहा की चौसा काण्ड पर बनाए गए सीडी और तोड़े गए सभी साजो समान को गाड़ी पर लादकर तथा जख्मी लोगों को लेकर 17 मई से पूरे बक्सर में घुमाया जाएगा।

चौक-चौराहे पर रूक कर नुक्कड़ सभा द्वारा मोदी नीतीश सरकार की किसान विरोधी चेहरे को बेपर्द करेंगे। मोदी-नीतीश की चुप्पी के जवाब में मोदी के बक्सर आने से पहले संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा मुंह पर काली पट्टी बांधकर मौन जुलूस निकाला जाएगा। चौसा के किसानों को न्याय मिले। बेकसूर गिरफ्तार सभी लोगों को बेशर्त रिहा करें। मारपीट तोड़फोड़ एवं लूटे गए सामानों का मुआवजा दो। घटना की न्यायिक जांच एवं कठोर कार्रवाई हो। कैग के रिपोर्ट के अनुसार जमीन अधिग्रहण में हुए घोटाले की जांच और दोषी पर कठोर कार्रवाई। चौसा सहित सुबे बिहार में हो रहे जमीन अधिग्रहण में किसानों को वर्तमान बाजार दर से चार गुना मुआवजा का अविलंब भुगतान हो। वर्तमान सीजन में गेहूं खरीद के लिए प्रति क्विंटल गेहूं पर ₹500 किसानों को बोनस दो।कृषि संकट और किसानी एवं बेरोजगारी हमारे ज्वलन्त सवाल हैं। मगर इन सारे सवालों पर मोदी नीतीश सरकार मौन है क्यों?

किसान नेता रवींद्रनाथ राय ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने भाजपा एवं मोदी सरकार के विनाशकारी विकास के कॉर्पोरेट समर्थक मॉडल और सत्तावाद को बेनकाब करेगा। जुमलेबाज मोदी को दंडित करो,लोकसभा चुनाव में उसका विरोध करो एवं उन्हें परास्त करो। बेपटरी हुई अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए सभी फसलों के लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी, ऋण मुक्ति, 60 साल की उम्र से सभी पुरुष एवं महिला किसानों एवं मजदूरों को ₹10000 मासिक पेंशन, किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों को शहीद का दर्जा और परिवार को मुआवजा आज तक सरकार नहीं दे सकी।

उल्टे किसानों को चिढ़ाने के लिए किसानों का हत्यारा अजय मिश्रा टेनी को पुनः भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया। चौसा की घटना ने साबित कर दिया कि किसानों से जबरन जमीन और किसानी छीन कर अपने यार अंबानी अडानी को सुपुर्द करना और विरोध करने पर चौसा की तरह किसानों को कुचल देना। मोदी की पहली गारंटी है। इस लिए बिहार के सभी सीटों पर एनडीए को भारी मतो से हराने के लिए घर-घर जन अभियान चलाएंगे।

किसान नेता मणिलाल ने कहा की आज देश का सबसे बड़ा सवाल कृषि संकट, किसानों की समस्या और बेरोजगारी की समस्या है। 10 साल में मोदी ने इसके लिए कुछ भी नहीं किया।उनके पास कहने को कुछ भी नही है।इसलिए हमारे ध्यान को भटकाने के लिए, हमारे मूल समस्याओं पर चर्चा के बदले उल जलूल सवालों में हमें उलझने के लिए धर्म और नफरत की सूई देकर हमारे ध्यान को वे भटकाना चाहते हैं। संयुक्त किसान मोर्चा मोदी के इस चाल को बेपर्द कर उन्हें बेनकाब करने हेतु किसानों,मजदूरों एवं नौजवानों को एकजुटकर गांव-गांव में घर-घर जाकर अभियान चलाएंगे और मोदी सरकार के कुकर्मों को पर्दाफाश करेंगे।


Copy