शारदीय नवरात्र आज से शुरु : कलश स्थापना के साथ आज मां के प्रथम स्वरुप शैलपुत्री की हो रही पूजा
रांची : शारदीय नवरात्र आज से शुरु हो गई है. राजधानी रांची समेत विभिन्न स्थानों पर मंदिरों और पंडालों में मां दुर्गा की पूजा हो रही है. आज मां के प्रथम स्वरुप यानि मां शैलपुत्री की पूजा हो रही है.
आज शारदीय नवरात्र के प्रथम दिन प्रतिपदा तिथि है. आज के दिन कलश स्थापना की जाती है. कलश स्थापना के बाद कलश का पूजन होता है. नौ दिनों तक मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की उपासना की जाती है. मां दुर्गा की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है. इससे घर में सुख,शांति एवं समृद्धि आती है. शारदीय नवरात्र के पहले दिन घट स्थापना पर 3 दुर्लभ एवं शुभ योग का निर्माण हो रहा है. इन योग में जगत की देवी मां दुर्गा की पूजा करने से साधक को अक्षय फल की प्राप्ति होगी. नवरात्र के प्रथम दिन आज मां शैलपुत्री की आराधना हो रही है.
धार्मिक मान्यता के अनुसार यश,कीर्ति देने वाली मां शैलपुत्री शैलराज यानि हिमालयराज की पुत्री हैं. कहा जाता है कि दक्ष प्रजापति की पुत्री सती ने अपने पति शिव का अपमान होने पर यज्ञ अग्नि से ही आत्मदाह कर लिया था. उन्होंने अगला जन्म ,शैलराज हिमालय के घर में लिया . इसलिए उनका नाम शैलपुत्री पड़ा.
मां शैलपुत्री के वाहन वृषभ संयम और दृढ़ता का प्रतीक है. इसके बल पर व्यक्ति पर्वत जैसी बाधाओं को भी पार कर सकता है. ऐसी मान्यता है कि इनकी पूजा से सभी सुख प्राप्त होते हैं और मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. मां की कृपा से व्यक्ति को यश , कीर्ति और धन की प्राप्ति होती है.
नवरात्र के पहले दिन देवी के शैलपुत्री स्वरुप की पूजा की जाती है. आज के दिन लाल रंग के वस्त्र धारण करना चाहिए. वहीं आज के दिन मां को गाय के घी का भोग लगाना चाहिए. ऐसी मान्यता है कि इससे आरोग्य लाभ की प्राप्ति होती है.