कार्तिक पूर्णिमा को लेकर पटना जिला प्रशासन अलर्ट : DM और SP ने विधि व्यवस्था को लेकर दिया खास निर्देश, श्रद्धालुओं की सुरक्षा पहली प्राथमिकता
PATNA : पटना डीएम डॉ. चन्द्रशेखर सिंह और वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने कहा है कि कार्तिक पूर्णिमा 2024 के अवसर पर उत्कृष्ट भीड़ प्रबंधन, सुदृढ़ सुरक्षा व्यवस्था तथा सुचारू यातायात प्रबंधन प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी इसके लिए पूर्णतः सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध रहेंगे और संयुक्त जिलादेश में वर्णित निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन करेंगे।
डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी राजीव मिश्रा ने कहा कि दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी सौजन्यता एवं विनम्रता के साथ-साथ दृढ़तापूर्वक अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे। डीएम व एसएसपी ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर त्रुटिहीन आपदा प्रबंधन एवं विधि-व्यवस्था संधारण हेतु प्रशासन पूर्णतः प्रतिबद्ध है। विधि-व्यवस्था के दृष्टिकोण से 183 स्थानों पर दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है।
पटना सदर अनुमंडल में 25 स्थानों, पटना सिटी अनुमंडल में 82 स्थानों, बाढ़ अनुमंडल में 50 स्थानों तथा दानापुर अनुमंडल में 26 स्थानों पर दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। 07 महत्वपूर्ण पार्किंग स्थलों यथा गेट नं 93 घाट के नज़दीक, गेट नं 88 घाट के नज़दीक, कुर्जी घाट, बांस घाट, कलेक्ट्रेट घाट, हथिया बगान एवं लोहा गोदाम स्थलों पर दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। लाठी बल को भी तैनात किया गया है।
अनुमंडल पदाधिकारियों एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों को विधि-व्यवस्था संधारण हेतु क्षेत्रीय आवश्यकतानुसार अपने स्तर से भी प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया गया है। गंगा नदी गश्ती हेतु दो पालियों में 08 दण्डाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया है।
सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी ससमय अपने ड्यूटी स्थान पर पहुंच जाएंगे तथा पर्व की शांतिपूर्ण समाप्ति तक वहां मुस्तैद रहेंगे। दंडाधिकारी समन्वयक की भूमिका का भी निर्वहन करेंगे एवं आपदा प्रबंधन, नगर निकायों, स्वास्थ्य, पीएचईडी, अग्निशमन सहित सभी भागीदारों (स्टेकहोल्डर्स) के साथ तालमेल स्थापित करते हुए कार्तिक पूर्णिमा का सफल आयोजन सुनिश्चित करेंगे।
जिला नियंत्रण कक्ष में तीन पालियों में 27 दंडाधिकारियों को सुरक्षित रखा गया है। कलेक्ट्रेट एवं महेन्द्रू घाट पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में 06 दंडाधिकारियों, बांस घाट नियंत्रण कक्ष में 06 दंडाधिकारियों, गेट नं.-93 घाट नियंत्रण कक्ष में 06 दंडाधिकारियों, दीघा पाटीपुल घाट में 06 दंडाधिकारियों, गांधी घाट नियंत्रण कक्ष में 06 दंडाधिकारियों एवं गायघाट नियंत्रण कक्ष में 06 दंडाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है।
डीएम और एसएसपी ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा में गंगा नदी के विभिन्न घाटों पर काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ होती है। अतः सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी तत्परता का प्रदर्शन करते हुए विधि-व्यवस्था संधारण सुनिश्चित करेंगे। अधिकारीद्वय द्वारा संवेदनशील स्थानों पर विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है।
बड़े एवं भीड़-भाड़ वाले घाटों यथा दीघा पाटीपुल, गेट नं.-93 घाट, काली घाट, गांधी घाट, गायघाट, भद्रघाट, कलेक्ट्रेट घाट, कंगनघाट एवं अन्य घाटों पर आवश्यकतानुसार अस्थायी नियंत्रण कक्ष की व्यवस्था रहेगी।
त्रुटिहीन आपदा प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की प्रतिनियुक्ति की गयी है। पेट्रोलिंग हेतु मोटरबोट की व्यवस्था की गई है। ये सभी मोटर लॉन्च, लाइफ जैकेट, गोताखोर एवं अन्य उपस्करों से लैस रहेंगे। नदी गश्ती दल नदी में सतत गश्ती करेंगे तथा सुनिश्चित करेंगे कि नदी में कोई भी असामाजिक तत्व किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं करने पाए। साथ ही नदी में कोई भी नाव अनधिकृत रूप से न चले। गश्ती दल में गोताखोर जाल/महाजाल के साथ तैनात रहेंगे, जो पदाधिकारी के पर्यवेक्षण में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।
डीएम ने कहा कि संबंधित अनुमंडल दंडाधिकारी कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर भारतीय न्याय संहिता की सुसंगत धारा के अंतर्गत गंगा नदी में मोटर बोट/नाव के अवैध परिचालन पर रोक लगाने हेतु ससमय निरोधात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।
डीएम और एसएसपी ने कहा कि सभी पदाधिकारी संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील स्थानों पर विशेष सतर्कता बरतेंगे, असामाजिक तत्वों के विरूद्ध निरोधात्मक एवं दण्डात्मक कार्रवाई करेंगे तथा विधि-व्यवस्था का समुचित संधारण सुनिश्चित करेंगे।
डीएम और एसएसपी ने कहा है कि अफवाह फैलानेवालों के विरूद्ध त्वरित एवं कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासनिक सतर्कता, निरोधात्मक एवं सुरक्षामूलक कार्रवाई की जाएगी। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी ड्यूटी पर मुस्तैद रहेंगे तथा आपसी समन्वय द्वारा आयोजन को सफल करेंगे।
डीएम और एसएसपी ने कहा है कि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकना प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी/थानाध्यक्ष/सीओ/एसडीओ/एसडीपीओ की विशेष जिम्मेवारी है। थानाध्यक्षों एवं अन्य पदाधिकारियों को आसूचना तंत्र को सुदृढ़ कर विधि-व्यवस्था संधारण को सफल बनाने का निर्देश दिया गया है। थानाध्यक्ष अपने-अपने इलाके में विधि-व्यवस्था के लिए पूर्ण रूप से उत्तरदायी हैं।
पटना नगर निगम द्वारा घाटों एवं सम्पर्क पथों तथा पेसू द्वारा मुख्य पथों पर प्रकाश की समुचित व्यवस्था रखी जाएगी। पुलिस अधीक्षक, यातायात उत्कृष्ट यातायात प्रबंधन सुनिश्चित करेंगे। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर आकस्मिक स्थिति से निपटने हेतु डॉक्टर, पारा मेडिकल स्टाफ एवं आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं के साथ एम्बुलेंस की सिविल सर्जन द्वारा प्रतिनियुक्ति की गयी है। दो एम्बुलेंस जिला नियंत्रण कक्ष एवं एक-एक एम्बुलेंस पटना सिटी तथा दानापुर अनुमंडल में तैनात करने के साथ-साथ अन्य स्थानों पर भी आवश्यकतानुसार एम्बुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित रहेगी।
पीएमसीएच, एनएमसीएच, गुरुगोविन्द सिंह अस्पताल, पटना सिटी तथा अन्य प्रमुख अस्पतालों में अस्पताल अधीक्षक 24 घंटे आपातकालीन चिकित्सा व्यवस्था करेंगे। सिविल सर्जन समन्वय स्थापित करते हुए इसे सुनिश्चित कराएंगे।
कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी (यांत्रिकी) अपने स्तर से कलेक्ट्रेट, महेन्द्रु, गायघाट एवं दीघा क्षेत्र के महत्वपूर्ण घाटों पर वाटर टैंकर की व्यवस्था सुनिश्चित रखेंगे। इसके अतिरिक्त संबंधित कार्यपालक पदाधिकारी, पटना नगर निगम/नगर परिषद/नगर पंचायत अपने-अपने क्षेत्रों में आवश्यकतानुरूप पानी के टैंकरों की व्यवस्था रखेंगे।
जिला अग्निशमन पदाधिकारी, पटना को निर्देशित किया गया है कि कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर आकस्मिक स्थिति से निपटने हेतु पटना सिटी, महेन्द्रू, जिला नियंत्रण कक्ष, पटना, दानापुर एवं बुद्धा कॉलोनी, कुर्जी, दीघा एवं अन्य भीड़-भाड़ वाले घाटों के पास फायर ब्रिगेड की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।
डीएम और एसएसपी ने सभी दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को यथेष्ट प्रशासनिक सतर्कता, निगरानी एवं सुरक्षात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। सभी अनुमण्डल पदाधिकारी एवं अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत विधि-व्यवस्था के पूर्ण प्रभार में रहेंगे। स्वीटी सहरावत, नगर पुलिस अधीक्षक, मध्य पटना, शुभांक मिश्रा, नगर पुलिस अधीक्षक, पूर्वी पटना, सरथ आरएस, नगर पुलिस अधीक्षक, पश्चिमी पटना एवं राजेश रौशन, अपर जिला दण्डाधिकारी, विधि-व्यवस्था, पटना विधि व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु सम्पूर्ण वरीय प्रभार में रहेंगे।
ग्रामीण क्षेत्रों में विधि व्यवस्था संधारण हेतु विश्वजीत दयाल, पुलिस अधीक्षक, ग्रामीण वरीय प्रभार में रहेंगे।