जगरनाथ महतो पंचतत्व में हुए बिलीन : भंडारीदाह दामोदर नदी घाट पर अंतिम संस्कार में मुख्यमंत्री समेत कई नेताओं ने उन्हें नम आंखों से दी विदाई
बोकारो: दिवंगत शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को चंद्रपुरा भंडारीदाह दामोदर नदी के घाट पर नम आंखों से विदाई दी गई. जगरनाथ महतो के अंतिम संस्कार के दौरान राज्य के मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, कांग्रेस प्रदेश प्रभारी, आजसू सुप्रीमो समेत कई मंत्री और विधायक मौजूद रहे.
दाह संस्कार से पहले जगरनाथ महतो के पार्थिव शरीर को राजकीय सम्मान के साथ चिता पर लेटाया गया. उसके बाद फायरिंग कर उन्हें अंतिम सलामी दी गई. जगरनाथ महतो के इकलौते पुत्र अखिलेश महतो ने उन्हें मुखाग्नि दी. बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों ने जगरनाथ महतो अमर रहे, जब तक सूरज चांद रहेगा टाइगर तेरा नाम रहेगा का नारे लगाकर उन्हें अंतिम विदाई दी.
इस मौके पर कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि झारखंड को जगरनाथ महतो के निधन से काफी क्षति हुई है. आंदोलनकारी और एक जन नेता के रूप में वे जाने जाते थे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी उनके परिवार के साथ हमेशा खड़ी रहेगी.
वहीं आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहा कि जगरनाथ महतो का जाना राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है. इसे कभी पूरा नहीं किया जा सकता. वह जनता से जुड़कर काम करते थे और हमेशा लोगों के बीच रहते थे.
गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने कहा कि उनका ना रहना इस क्षेत्र के लिए और राज्य के लिए बहुत बड़ी क्षति है.