HIV एवं एड्स की रोकथाम पर जोर : राज्य एड्स नियंत्रण समिति के परियोजना निदेशक ने कहा, HIV एवं एड्स की रोकथाम में काउंसलर्स की है अहम भूमिका
रांची : एचआईवी/एड्स की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन(NACO), नई दिल्ली द्वारा राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम चलाया जा रहा है. वर्तमान में राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम(NACP) के पांचवें चरण में एड्स बीमारी की रोकथाम हेतु परामर्शियों (काउंसलर्स) को केंद्र बिंदु में रखा गया है. प्राथमिक स्तर पर आम लोगों के बीच जागरूकता के साथ एचआईवी की जांच जल्द से जल्द सुनिश्चित हो तथा एड्स के प्रति सही जानकारी देना NACP काउंसलर्स की पहली प्राथमिकता है. उपर्युक्त बातें झारखंड राज्य एड्स नियंत्रण समिति के परियोजना निदेशक पवन कुमार, IAS ने शुक्रवार को आईपीएच सभागार, नामकुम में पांच दिवसीय NACP काउंसलर्स के प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान कही.
उन्होंने कहा की राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम में एड्स की रोकथाम हेतु विभिन्न कार्यक्रमों का सफल क्रियान्वयन हेतु NACO, नई दिल्ली द्वारा काउंसलर्स को केंद्र बिंदु में रखा गया है. अतः सभी काउंसलर्स को निर्देश है कि जागरूकता के साथ-साथ अधिक से अधिक लोगों की एचआईवी जांच सुनिश्चित हो इसके लिए काउंसलर्स को जमीनी स्तर पर योजना बनाकर कार्य करना होगा ताकि जितनी जल्दी लोगों की जांच होगी. उतनी जल्दी लोगों को एचआईवी की संक्रमण से बचाया जा सकता है तथा संक्रमित लोगों का सही समय पर सही उपचार जल्द से जल्द सुनिश्चित किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि एड्स के साथ जीवन जी रहे लोगों के साथ किसी प्रकार का भेदभाव ना हो इसके लिए भी निरंतर जागरूकता के साथ प्रयास करना होगा. साथ ही एड्स के साथ जी रहे लोगों को समाज की मुख्य धारा में शामिल करने हेतु केंद्रीय और राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं से भी उन्हें जोड़ने पर बल देना होगा.
कार्यक्रम का संचालन करते हुएBSD डिवीजन के प्रभारी उप-निदेशक सत्य प्रकाश प्रसाद ने कहा कि परियोजना निदेशक के निर्देशानुसार पांच दिवसीयNACP काउंसलर्स प्रशिक्षण कार्यक्रम तीन बैचों के माध्यम से कराया जा रहा है इसमें विभिन्न जिलों के95काउंसलर्स को नाको द्वारा संचालित राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रमों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया जा रहा है ताकि जमीनी स्तर पर इन काउंसलर्स के माध्यम सेNACP कार्यक्रम को बेहतर किया जा सके. अपर परियोजना निदेशक डॉ. एस0एस0पासवान ने कहा कि एचआईवी संक्रमण के दौरान व्यक्ति को हेपेटाइटिस बी तथाTB जैसी गंभीर बीमारी होने की संभावना अधिक होती है. इसको ध्यान में रखते हुए इनका भी सही समय पर जांच हो. इस दिशा में भी काउंसलर्स को प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में विभिन्न जिलों से आए सभी काउंसलर्स को नाको द्वारा NACP-5 कार्यक्रमों के बारे में संयुक्त निदेशक CST डॉ. बदल चंद भकत, संयुक्त निदेशक IEC रवि प्रकाश सिंह, उप- निदेशक prevention, कौशल कुमार, उप- निदेशक SPM डॉ देवाशीष चक्रवर्ती आदि कार्यक्रम अधिकारी ने विस्तार पूर्वक जानकारी दी.