यशस्विनी के लिए अस्तित्व की लड़ाई : रांची से यशस्विनी सहाय ने किया नामांकन, संजय सेठ से होगा मुकाबला
रांची लोकसभा सीट से यशस्विनी सहाय ने नामांकन पर्चा दाखिल कर दिया. वो इंडिया अलायंश की प्रत्याशी हैं. कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं. रांची में ज़िला निर्वाची पदाधिकारी के समक्ष उन्होंने अपना नामांकन दाखिल किया. नॉमिनेशन के दौरान यशस्विनी सहाय के साथ पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय, राज्यसभा सांसद महुआ माजी मौजूद रहे. इससे पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय के आवास से नामांकन जुलूस निकाला गया जो समाहरणालय भवन पहुंचा. इस जुलूस में बड़ी संख्या में कांग्रेस, JMM और RJD के नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए.
नॉमिनेशन से पहले मां काली का लिया आशीर्वाद
नामांकन जुलूस से पहले सुबह यशस्विनी सहाय ने डोरंडा स्थित काली मंदिर में पूजा अर्चना की. धुर्वा सेक्टर-3 के दुर्गा मंदिर में पूजा करने के बाद नामांकन जुलूस निकला. यह जुलूस बिरसा चौक पहुंचा, जहां यशस्विनी ने धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इसके बाद हिनू चौक में हनुमान मंदिर और शनि मंदिर में मत्था टेका. इसके बाद नामांकन जुलूस डोरंडा एजी मोड़, स्वामी विवेकानंद चौक, बाबा साहब अंबेडकर चौक, रिसालदार बाबा मजार, कडरू ब्रिज होते हुए कडरू पहुंचा. यहां यशस्विनी सहाय ने महावीर मंदिर में दर्शन किया. जुलूस अरगोड़ा चौक पहुंचा और कांग्रेस प्रत्याशी ने हनुमान मंदिर में मत्था टेका. इसके बाद जुलूस हरमू चौक, स्वामी सहजानंद चौक, कार्तिक उरांव चौक, भारत माता चौक होते हुए किशोरगंज चौक पहुंचा. यहां कांग्रेस प्रत्याशी ने संतोषी माता मंदिर में माता के दर्शन किये. इसके बाद नामांकन जुलूस रातू रोड चौराहा, जाकिर हुसैन पार्क होते हुए समाहरणालय भवन पहुंचा. जहां यशस्विनी सहाय अपना नामांकन पत्र दाखिल किया
यश्सविनी सहाय के लिये अस्तित्व की लड़ाई
रांची में लोकसभा चुनाव छठें चरण में 25 मई को होना है. छठे चरण के लिए नामांकन की प्रक्रिया 29 अप्रैल से चल रही है, जो कल 6 मई तक चलेगी. 7 मई को नामांकन पत्रों की जांच होगी. वहीं 9 मई तक उम्मीदवार अपने नाम वापस ले सकेंगे. बता दें कि रांची लोकसभा क्षेत्र में 6 विधानसभा ईचागढ़, सिल्ली, खिजरी, रांची, हटिया और कांके आते हैं. यशस्विनी सहाय का सामना वर्तमान सांसद संजय सेठ से हैं. एनडीए से बीजेपी ने संजय सेठ को फिर से टिकट दिया है. यशस्विनी सहाय कांग्रेस के कद्दावर नेता सुबोधकांत सहाय की बेटी हैं. लेकिन ये उनकी राजनीति की शुरूआत है. वो न केवल पहली बार चुनाव लड़ रही हैं, बल्कि उनकी राजनीति में एंट्री भी इसी लोकसभा चुनाव के दौरान हुई है. उनके पिता सुबोधकांत सहाय रांची से 3 बार सांसद जरूर रहे हैं, लेकिन उनकी बेटी का ये राजनीति में आगाज है. ऐसे में क्या वो वर्तमान सांसद संजय सेठ को मात दे पायेंगी, जिनके लिये पीएम मोदी तक रांची में रोड शो कर चुके हैं ? ये बड़ा सवाल है. ऐसे में यशस्विनी सहाय के लिये ये राजनीतिक अस्तित्व की लड़ाई है.