अपराधी फरार-तेजतर्रार बिहार पुलिस बेहाल : महिला सिपाही ने उठाया पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल, बदमाशों ने मारी थी गोली
PATNA : अक्सर ही तेजतर्रार होने का दंभ भरने वाली बिहार पुलिस आम जनता की सुरक्षा करने के मामले में तो फिसड्डी है ही लेकिन अब जो खबर सामने आ रही है उसके हिसाब से महिला सिपाहियों की सुरक्षा मामले पर भी टांय-टांय फिस्स नजर आने लगी है। दरअसल कुछ महीने पहले राजधानी पटना के मरीन ड्राइव पर महिला दारोगा के साथ सेल्फी ले रही महिला सिपाही को बदमाशों ने गोली मार कर घायल कर दिया था। उसी मामले पर आज दो महीने बीत जाने के बाद भी पुलिस सिर्फ हाथ मल रही है और मामले पर लीपापोती करती नजर आ रही है।
महिला सिपाही ने जांच पर उठाया सवाल
पीड़िता पम्मी खातून ने पटना पुलिस द्वारा जांच में देरी होने पर ही सवाल उठाया है। उन्होंने बताया कि अब तक ना तो इसकी जांच हुई है और ना ही जब्त सिम कार्ड दिया गया है। सिम कार्ड मांगने पर जांच का हवाला दिया जाता है। इसके कारण परिजनों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। उन्होंने यहां तक कह दिया कि इस मामले में आज तक विभाग से कोई आदमी मिलने तक नहीं आया है।
वहीं, इस मामले पर पाटलीपुत्र थानाध्यक्ष का कहना है कि अनुसंधान जारी है, जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। लांकि सिम कार्ड से जुड़े सवाल पूछे जाने पर कहा कि ये उनकी पदस्थापन से पहले की घटना है। इसलिए विशेष जानकारी नहीं है।
पुलिस को ठेंगा दिखा रहे अपराधी
गौरतलब है कि 20 दिसंबर 2023 की रात 9 बजे के करीब गंगा पथ वे पर महिला दारोगा के साथ रील बनवा रही महिला सिपाही पम्मी खातून को बाइक सवार अपराधियों ने दीघा गोलंबर का पता पूछने के दौरान ही गोली मार दी थी। हालांकि गोली बांह में लगने के कारण महिला सिपाही तो बाल-बाल बच गई। लेकिन घटना के दो महीने बीत जाने के बाद भी अपराधियों के गिरेबां तक कानून के हाथ पहुंच नहीं सके।